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क्राइम

बिहार: दोस्तों के साथ मौज मस्ती के लिए प्रोफेसर के खाते से नाती ने उड़ाए पौने दो लाख रुपये

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पटना : तिलकामांझी विश्वविद्यालय के मैथिली विभागाध्यक्ष प्रोफेसर शिव प्रसाद यादव के बैंक दो फरवरी 2021 को हुई पौने दो लाख की ठगी का सच उजागर हो गया है। प्रोफेसर के नाती सुधांशु शेखर ने उनसे साइबर ठगी की है। उसे गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। उन्होंने ने दो फरवरी को विश्वविद्यालय थाना में केस दर्ज कराया था। पुलिस के अनुसार सुधांशु ने अपना अपराध भी स्वीकार कर लिया। यह भी बताया है कि रकम उड़ाकर उसने महंगे मोबाइल खरीदे और दोस्तों के साथ रेस्तरां में ऐश किए।

विश्वविद्यालय पुलिस ने मामले में तफ्तीश तेज की तो प्रोफेसर के नाती की करतूतों के बारे में पता चला। प्रोफेसर साहब ने सपने में भी ऐसा नहीं सोचा था कि उनके साथ रहने वाला नाती ही उनको चूना लगाएगा। भूमिका उजागर होने पर नाना के घर से ही नाती की गिरफ्तारी हुई। नाती ने पेटीएम के जरिए नाना के खाते से एक लाख 78 हजार रुपये निकाला था।

खूब खर्च करते थे दोस्त

पुलिस के अनुसार सुधांशु ने बताया कि उसके दोस्तों के पास महंगे मोबाइल थे। रेस्तरां में खर्च भी खूब करते थे। उसके पास सस्ता मोबाइल था। इसलिए उसके दिमाग में गलत ख्याल आने लगा। उसने आगे बताया कि लालच में उसने नाना के एटीएम कार्ड उनकी जैकेट से चुरा कर पेटीएम में उसका डिटेल सेव कर लिया। 11 दिसंबर से 21 जनवरी 2021 के बीच मोबाइल खरीदने के लिए उसने पेटीएम से ही पेमेंट किया।

नाना को ठगी के बारे में जानकारी लगते ही डर गया

सुधांशु ने बताया कि नाना को ठगी के बारे में जानकारी लगते ही वह डर गया। इसके कारण उसने किसी से कुछ नहीं बताया। थानाध्यक्ष श्रीकांत चौहान ने बताया कि प्रोफेसर के नाती की संलिप्तता सामने आने पर उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

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