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क्राइम

अब आधार में सेंध लगाकर लोगों को चूना लगा रहे साइबर ठग, साइबर विशेषज्ञ भी हैरान, कानपुर में मामला आया सामने

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पलक झपकते हुए साइबर क्राइम को देते थे अंजाम, पुलिस ने धर दबोचा

साइबर ठग आधार की सुरक्षा भेदकर इससे लिंक बैंक खाते खाली कर दे रहे हैं। कानपुर में एक ही व्यक्ति के आधार से लिंक दो बैंक खातों से 12 दिनों के भीतर दो बार रकम निकाल ली गई। पुलिस भी शुरुआती जांच में साइबर ठगों की चालों से उलझ गई है। साइबर विशेषज्ञ भी इस नई चालबाजी को लेकर हैरान हैं।

ओ ब्लाक किदवई नगर निवासी स्वप्निल मेहता एक मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत हैं। 24 फरवरी की सुबह करीब 11 बजे उनके आईसीआईसीआई बैंक अकाउंट से दस हजार रुपये निकाले जाने का मैसेज मिला और ठीक एक मिनट बाद एक मेल मिली, जिसमें यह लेनदेन उनके आधार कार्ड के बायोमीट्रिक के जरिए होने का जिक्र था।

आनन फानन वह बैंक पहुंचे तो जानकारी मिली कि किसी ने रकम निकासी के लिए उनके आधार कार्ड नंबर व उसमें दर्ज अंगूठे की छाप का प्रयोग किया है। उन्होंने किदवईनगर में मुकदमा दर्ज कराया था। स्वप्निल ने बताया कि ठीक इसी प्रकार उनके सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के खाते से आठ मार्च को दस हजार रुपये निकल गए। उन्हें बताया गया था कि आधार कार्ड की वेबसाइट पर जाकर अंगूठे की छाप का विकल्प बंद करने से साइबर ठग दोबारा ऐसा नहीं कर सकेंगे, लेकिन ऐसा करने के बावजूद दोबारा पैसे निकल गए।

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अब तक हुई जांच में उलझी पुलिस
शुरुआत जांच में पुलिस को पता चला कि कन्नौज के तिर्वा निवासी नीरज आधार कार्ड से लिंक बैंक खातों से पैसा निकालने का काम करते हैं। उन्होंने एक निजी एजेंसी की फ्रेंचाइजी ले रखी है। नीरज की आईडी से स्वप्निल के बैंक खाते से पैसे निकाले गए। पुलिस ने रविवार को तिर्वा से नीरज को हिरासत में लेकर कानपुर आई। नीरज बयान में कहा है कि उसकी आइडी किसी साइबर ठग ने हैक कर ली थी। हालांकि, वह यह नहीं बता पा रहा कि इसकी सूचना पुलिस को क्यों नहीं दी।

साइबर एक्सपर्ट बोले, नया तरीका
साइबर एक्सपर्ट्स के अनुसार ऐसी ठगी खूब होती है। आधार कार्ड की वेबसाइट पर जाकर अंगूठे की छाप का विकल्प लाक करने के बाद दोबारा पैसे निकल गए हैं तो यह बड़ा मामला है। साइबर ठगों ने कोई दूसरा नया तरीका अपना लिया है। खुद उनके लिए यह पहला केस होगा। अगर ऐसा हुआ तो आधार लिंक कोई भी बैंक खाता बिना सेफ्टी फीचर के सुरक्षित नहीं है।

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आधार लिंक है बैंक खाता तो यह करें
आधार की वेबसाइट पर अंगूठे की छाप का विकल्प लाक कर दें। बैंक जाकर डेबिट फ्रीज करा दें।

काम की बात
साइबर एक्सपर्ट रक्षित टंडन के मुताबिक अगर बैंक खाते से साइबर ठग अंगूठे की छाप का प्रयोग करके पैसे निकालते हैं तो तत्काल मुकदमा दर्ज कराएं। आपके साथ ठगी साबित होने पर रकम वापसी की जिम्मेदारी बैंक की है।

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