Connect with us

क्राइम

दिल्ली पुलिस ने QR कोड धोखाधड़ी को लेकर OLX यूजर्स को किया अलर्ट, CP ने जारी किया वीडियो

Published

on

Delhi CP

नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने रविवार को ऑनलाइन मार्केटप्लेस ओएलएक्स और लोकल सर्च इंजन कंपनी जस्ट डायल पर हो रहे ऑनलाइन फ्रॉड को लेकर लोगों को आगाह किया। उन्होंने कहा कि धोखाधड़ी से बचने के लिए यूजर्स को वीडियो देखना चाहिए। श्रीवास्तव ने एक ट्वीट में कहा कि दिल्ली पुलिस ने क्यूआर कोड धोखाधड़ी को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए एक छोटा सा वीडियो तैयार किया है, जो ओएलएक्स और जस्ट डायल के यूजर्स के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। कृपया इसे देखें और धोखाधड़ी से बचें।

दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने ओएलएक्स वेबसाइट का उदाहरण दिया। इस वेबसाइट के माध्यम से पिछले कुछ वर्षों में साइबर अपराध और धोखाधड़ी की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। पुलिस आयुक्त ने कहा कि लोग पुराने फर्नीचर बेचने के लिए प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हैं और ये वीडियो ऐसे ही यूजर्स को धोखाधड़ी से बचने के लिए सचेत करता है।

आइए जानते हैं दिल्ली पुलिस ने वीडियो में क्या जानकारी दी है:

  1. पीड़ित व्यक्ति पुराने फर्नीचर, रेफ्रिजरेटर, एयर कंडीशनर आदि जैसे प्रोडक्ट की सूची तैयार करता है। वह इसे ओएलएक्स, फेसबुक मार्केट प्लेस और जस्ट डायल पर खरीदार को बेचने चाहता है।
  2. धोखाधड़ी करने वाले खरीदार बेचने वाले को फोन पर से संपर्क करते हैं और उन्हें उनके प्रोडक्ट के लिए एडवांस पेमेंट देने की बात कहते हैं।
  3. खरीदार को धोखा देने के लिए, जालसाज नकली आईडी कार्ड शेयर करते हैं।
  4. धोखाधड़ी के फाइनल स्टेज में अपराधी व्हाट्सएप पर क्यूआर कोड साझा करते हैं। पीड़ित को भुगतान प्राप्त करने के लिए इसे स्कैन करने के लिए कहा जाता है।
  5. इसके बाद, पीड़ित अपने वॉलेट ऐप जैसे कि PayTM, UPI और अन्य पेमेंट प्लेटफार्म पर क्यूआर कोड स्कैन करता है।
  6. एक बार क्यूआर कोड स्कैन करने के बाद पैसा क्रेडिट होने के बजाय डेबिट हो जाता है।

लॉकडाउन के दौरान साइबर अपराध के मामलों में बढ़ोतरी

दिल्ली पुलिस के साइबर सेल के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में पिछले साल लॉकडाउन के दौरान साइबर अपराध के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। मार्च में साइबर अपराध के लगभग 2,000 मामले थे। मई में यह संख्या बढ़कर 4,000 से अधिक से ज्यादा हो गई थी। इस दौरान धोखेबाजों ने लोगों को धोखा देने के लिए नए-नए तरीके अपनाए। दिल्ली पुलिस द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, राजधानी में रिपोर्ट किए गए साइबर अपराध में 62% ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी से संबंधित थे, 24% सोशल मीडिया से संबंधित थे और 14% अन्य साइबर अपराध से संबंधित थे।