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क्राइम

Online Hotel Booking कर रहे हों तो हो जाइये सावधान, Cyber अपराधी Google के विज्ञापन से बना रहे लोगो को शिकार

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Online Hotel Booking कर रहे हों तो हो जाइये सावधान, Cyber अपराधी Google के विज्ञापन से बना रहे लोगो को शिकार

भारत में बढ़ती हुयी टेक्नोलॉजी के बीच में साइबर अपराधियों द्वारा नये-नये तरीके से साइबर ठगी करने को अंजाम दिया जा रहा है, ये अपराधी कभी अपने नंम्बर को विज्ञापन के द्वारा सर्च इंजन पर डालकर ठगी कर रहें हैं तो कभी गूगल बिजनेस पर जाकर गूगल के एडिटिंग फीचर्स का प्रयोग कर वहां पर अपने नंम्बर डालकर ठगी को अंजाम दे रहें हैं–

आइये जानते है कि ये साइबर अपराधी आम जनमास को कैसे ठगते है और इससे बचाव के क्या तरीके है।कुछ दिन से साइबर अपराधी Google Editing Features की मदद से बड़े-बड़े होटलो के Google Business account जो गूगल मैप पर सर्च करने पर दिखता है वहां पर उसको सम्पादित कर अपना नंम्बर डाल दे रहे है । उदाहरण–

और जब कोई भी व्यक्ति उनसे सम्पर्क कर कहता है कि एक रूम बुक कर दीजिये तो साइबर अपराधी पहले पेमण्ट की मांग करते है, जब पेमेण्ट उनके पास पहुच जाता है तो झूठ में ही व्यक्ति को रूम नम्बर और फ्लोर बता दे रहें हैं, जब पीड़ित व्यक्ति सम्बन्धित होटल पर पहुंचता है तो पता चलता है कि यहां तो कोई रूम ही नहीं बुक हुआ है जब होटल के मैनेजमेण्ट डिपार्टमेण्ट को ये बात पता चलती है तो वो उस साइबर अपराधी से बात करते है और उनसे भी नंम्बर हटवाने के नाम पर मोटी रकम की मांग कर रहें है।

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बचावः-

  • ऐसे मामले में गुगल मैप का प्रयोग सिर्फ और सिर्फ दिशा-निर्देश के लिये करें।
  • सम्बन्धित होटल की वेबसाइट पर जाकर रूम बुक करें या जो विश्वनीय वेबसाइट है उनपर जाकर ही रूम बुक करें।
  • विज्ञापन के द्वारा सर्च इंजन पर अपना नम्बर डालकर ठगी कर—
  • गुगल पर ये अपराधी अपने नम्बर को किसी भी नामी गामी कम्पनी के ग्राहक सेवा नम्बर के रूप मे विज्ञापन करते है और जबकोई सर्च इंजन पर सम्बन्धित कम्पनी के कस्टमर केयर का नंबर का सर्च करता है तो सर्वप्रथम साइबर अपराधियो का दिखने लगता है। उदाहरण–

जैसा की आप उपर देख रहे हैं कि गूगल पे के कस्टमर केयर का नंम्बर दिख रहा है, जब इन नंम्बर पर पीड़ित व्यक्ति सम्पर्क करता है तो साइबर अपराधी सर्वप्रथम पीड़ित व्यक्ति को भरोसा दिलाते है कि आप घबराइये मत आपकी बेहतर मदद की जायेगी, और जब पीड़ित को यकीन हो जाता है कि सही जगह नंम्बर लगा है तो ये अपराधी निम्न बाते पूंछकर साइबर ठगी को अंजाम देतें हैं-

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  • कितने रूपये कटे है!
  • आपके एकाउण्ट में कितने रूपये हैं अभी जैसे ही उनको पता चलता है कि आपके एकाउण्ट में इक्जेक्ट कितने रूपये है!
  • फिर पूनः आपके गुगल पे/फोन पे को खुलवायेगे और सभी प्रोसेसर से गुजारते हुए आपका पुरा एकाउण्ट खाली कर देंगे।

बचावः

  • कभी भी सर्च इंजन पर पेमण्ट गेटवे/बैक के कस्टमर केयर का नम्बर सर्च न करें बल्कि सम्बन्धित बैंक/पेमेण्ट गेटवे पर ही Contact Us का Option रहता है, उसी के माध्यम से सम्पर्क करें!
कां0 अंगद कुमार मौर्य

कां0 अंगद कुमार मौर्य

साइबर क्राइम मुख्यालय

उ0प्र0 लखनऊ

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