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क्राइम

Influencers से प्रभावित होकर किसी भी इन्वेस्टमेंट स्कीम में पैसा ना लगाये ! केवल धोखा धड़ी का बाज़ार लगाये है ये social Media पे दलाल!

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आजकल सोशल मीडिया पर तेजी से बढ़ रहे इन्वेस्टमेंट स्कैम्स ने लाखों लोगों को अपना शिकार बनाया है। यह स्कैम्स सस्ती वेबसाइट्स और नकली रिव्यू प्रोग्राम्स के माध्यम से लोगों को पहले छोटे-छोटे इनाम देकर भरोसा जीतते हैं और फिर धीरे-धीरे उन्हें भारी रकम निवेश करने पर मजबूर कर देते हैं। जानिए कैसे:

  • पहले 1000 से 2000 रुपए में सस्ती वेबसाइट्स बनाना।
  • पूरी टीम का मिलकर कुछ लाख इन्वेस्ट करना।
  • पहले कलर पहचानने या ताजमहल कहां स्थित है इस टाइप के सवाल पूछ कर सही जवाब देने पर कुछ 49 रुपए से 150₹ तक पर सवाल तक क्रेडिट कर देना और विथड्रॉल की पूरी छूट देना।
  • फिर दो तीन सवालों के बाद यूट्यूब, गूगल, गूगल मैप व अन्य प्लेटफॉर्म्स पर रिव्यू देना।
  • हर रिव्यू का 50 से 150₹ तक क्रेडिट देना और ऐसा 2से 3 दिन तक करना।
  • लगभग 1000 तक रुपए कमा लेने के बाद ID होल्डर को थोड़ा भरोसा हो जाता है कि नहीं बड़ी बड़ी कंपनियां हैं एक रिव्यू का 50 रुपए तो दे ही सकती हैं।
  • यहां से शिफ्ट करके crypto ट्रेडिंग टाइप की दूसरी वेबसाइट पे ले जाना वहां पूरा जहां आपको वीआईपी मेंबरशिप बोलके एक नए टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ा जाएगा।

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  • वहां हर मिनट 50 से ज्यादा इन्वेस्ट पेमेंट स्क्रीनशॉट और प्रॉफिट पेमेंट स्क्रीनशॉट लोग भेज रहे होंगे जो कि सब फेक होते हैं।
  • वहां आपसे crypto में इन्वेस्ट करने के लिए कहा जाएगा और शुरुवात में यह रकम सिर्फ 1000₹ से 1500₹ ही होती है।
  • वहां आपको यह लगता ही है कि इतना तो कमाया ही है थोड़ा एक्स्ट्रा लग जाएगा तो क्या ही चला जाएगा आप पैसा भेज देते हैं।
  • आपको लगभग दो गुना नहीं तो डेढ़ गुना राशि आपके वॉलेट में वापस की जाती है।
  • फिर आपसे दूसरा इन्वेस्टमेंट करने के लिए कहा जाता है जहां यह रकम Rs 3000 से Rs 5000 तक होती है। और फिर आपको रिटर्न करने से रोका जाता है और बाकी के 3 टास्क पूरे करने के लिए नियमावली बताई जाती है।
  • फिर आप सोचते हैं कि पिछले 2 दिनों में इन्होंने सब पैसा प्रॉफिट सहित वापस किया है मैं बेवजह शक कर रहा हूं। आप बाकी के 3 टास्क में 5k फिर 30k और फिर 1L तक इन्वेस्ट करते हैं।
  • इसकी रेंज वहां बैठे 5 से 6 लोग खुद डिसाइड करते हैं ज्यादा ठगी के शिकार लोग 10 हजार से 50हजार के बीच में हैं।
  • जो लोग लाखों में इन्वेस्ट करते हैं और फिर उनके हाथ कुछ नहीं लगता तो फिर पुलिस के पास जाते हैं। उनकी खबरें आप अखबारों में पढ़ते हैं।
  • पुलिस उन अकाउंट्स को ट्रेस करती है जिनसे आपने transaction किए होते हैं।
  • ज्यादातर वो बहुत ही साधारण लोग होते हैं जिनके अकाउंट्स स्कैमस्टर्स कमीशन पर लेते हैं। वरना वो लोग उन्ही शिकार हुए लोगों में भी चिन्हित किए जाते हैं इसका पूरा एक अलग मॉडल है।
  • असली अपराधी लगभग ना के बराबर पकड़े जाते हैं और एक वेबसाइट से 2 से 50 करोड़ तक का स्कैम करते हैं।
  • फिर दूसरी साइट बना लेते हैं और यही पूरा पैटर्न रिपीट करते हैं।
  • अब तक यह फ्रॉड 5000 करोड़ से भी ऊपर पहुंच चुका है।

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  • ये सिर्फ एक पैटर्न है जो मैने साझा किया है ऐसे बीसों पैटर्न हैं और अलग अलग पैटर्न के लिए अलग अलग इन्वेस्टमेंट अमाउंट है। छोटी वेब साइट्स को छोटे इनफ्लूएंसर्स (10k -1L फॉलोवर्स) और बड़ी वेबसाइट और एप को बड़े इन्फ्लूएंसर्स(1L – Millons फॉलोवर्स) से प्रमोट कराया जाता है।
    यहां तक कि बड़े मीडिया चैनल्स ने भी अपने पेज से प्रमोट किया है।

आप लोग किसी भी सोशल मीडिया इनफ्लूएंसर की विश्वसनीयता आकलन उसके फॉलोवर्स की संख्या से कतई ना करें। कहीं भी पैसा कमाने के चक्कर में इन्वेस्ट ना करें।

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