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क्राइम

फिंगर प्रिंट क्लोन से 2.50 करोड़ रुपये ठगने वाले गिरोह का पर्दाफाश, सरगना सहित छह गिरफ्तार

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फिंगर प्रिंट क्लोन से 2.50 करोड़ रुपये ठगने वाले गिरोह का पर्दाफाश, सरगना सहित छह गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश की हापुड़ पुलिस व साइबर सेल की संयुक्त टीम ने करीब 250 लोगों के बैंक खातों से 2.50 करोड़ रुपये ठगने वाले गिरोह के सरगना सहित छह आरोपितों को गिरफ्तार किया है। एक आरोपी अभी फरार है। आरोपी अंगूठे के निशान का क्लोन तैयार कर ठगी को अंजाम दे रहे थे। आरोपियों से एक कार, आठ एटीएम कार्ड, आठ मोबाइल फोन, बायोमैट्रिक डिवाइस, एडाप्टर, बैनामा प्रतियों से प्राप्त 21 फिंगर प्रिंट, आधार कार्ड की प्रतियां, एक टेप, दो चेक बुक, आधार कार्ड व पैन कार्ड बरामद हुआ है।

एसपी दीपक भूकर ने बताया कि हापुड़ निवासी दीपक बाबू के दो बैंक खातों से साइबर ठगों ने करीब 75 हजार रुपये निकाल लिए थे। योगेंद्र व कृष्णपाल के बैंक खातों से भी 1.40 लाख रुपये निकाले थे। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक सोमवीर सिंह व साइबर सेल प्रभारी विनीत मलिक की टीम ने 11 सितंबर को रोडवेज बस अड्डे के पास से गिरोह के दो शातिर सदस्यों जनपद गोरखपुर क्षेत्र के थाना तिवारीपुर क्षेत्र के घोसीपुर निवासी ग्यासुद्दीन व रहमतउल्ला उर्फ दादू को गिरफ्तार किया था।

दोनों से मिली जानकारी के बाद मंगलवार को पुलिस टीम ने निजामपुर कट के पास से गिरोह के सरगना जनपद गोरखपुर के थाना शाहपुर क्षेत्र के घोसीपुरा निवासी बग्घा उर्फ बग्गा उर्फ फकरूद्दीन सहित थाना चिलुआताल क्षेत्र के शास्त्री नगर कालोनी निवासी अख्तर हुसैन, अनूप सिंह, थाना शाहपुर क्षेत्र के जगदीशपुर निवासी जीनत, लखनऊ के डाल्फिन अपार्टमेंट अनोरा कला निवासी श्रषि कुमार व जनपद कुशीनगर के थाना कसिया क्षेत्र के अहिरौली बाजार निवासी रमन श्रीवास्तव को गिरफ्तार किया है जबकि गिरोह के सदस्य जनपद गोरखपुर क्षेत्र के साउथ बसारतपुर निवासी रवि फरार है।

ऐसे देते थे ठगी को अंजाम
एसपी ने बताया कि गिरोह के सदस्य भोले-भाले लोगों को रुपये देकर उनका विभिन्न बैंकों में खाता खुलवा लेते थे। उनका एटीएम कार्ड, चेकबुक, नेट बैंकिंग आइडी, पासवर्ड एवं वीडियो केवाईसी कराकर सीएसपी बना लेते थे। आधार कार्ड डाटा व फिंगर प्रिंट विभिन्न माध्यमों से प्राप्त कर फिंगर प्रिंट क्लोन बनाकर ठगी को अंजाम देते थे। ठगी की रकम इन बैंक खातों में डलवाकर निकाल ली जाती थी। आरोपितों ने फर्जी ग्राहक सेवा केंद्र खोला हुआ था। ग्राहक सेवा केंद्र की आइडी का इस्तेमाल कर ठगी कर रहे थे। फर्जी एकाउंट खुलवाने के लिए गिरफ्तार आरोपी हापुड़ आए थे।

फिंगर प्रिंट क्लोन बनाने में माहिर हैं आरोपी
एसपी ने बताया कि भारत सरकार के भू-लेख वेबसाइट के जरिये दूसरों के अंगूठे का निशान और आधार कार्ड की डिटेल आरोपी हासिल करते थे। लोगों के आधारकार्ड व पैनकार्ड की फर्जी कापी बनाने के साथ ही अंगूठे का निशान का भी क्लोन बनाकर बैंक में खाता खोल देते थे। साथ ही उस व्यक्ति के नाम से सिमकार्ड भी जारी करा लेते थे। बाद में इस मोबाइल नंबर के जरिये दूसरे के बैंक खातों से पैसा इन फर्जी खातों में ट्रांसफर कर देते थे। आरोपितों ने कितने लोगों के खाते से रुपये निकाले हैं इसकी सटीक जानकारी नहीं हो सकी है। आरोपितों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई कर अपराध से अर्जित संपत्ति जब्त कराई जाएगी।

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