क्राइम
अगर आप का बच्चा भी करता है Internet का इस्तेमाल, तो Safe Browsing के लिए अपनाएं ये तरीका
ऑनलाइन क्लास (Online Class) हो या फिर होमवर्क, कोरोना महामारी के दौर में बच्चों की इंटरनेट गतिविधियां (Internet Use) कहीं अधिक बढ़ गई हैं। आज के दौर में उन्हें इंटरनेट (Internet) से पूरी तरह दूर भी नहीं रख सकते, मगर यह भी प्रयास करना होगा कि बच्चे सेफ तरीके से ब्राउजिंग कर सकें। इंटरनेट पर साइबरबुलिंग (Cyber Bullying) के साथ-साथ अनुचित कंटेंट से भी बच्चों को बड़ा खतरा है। जानें कैसे बच्चे इंटरनेट पर सेफ ब्राउजिंग (Safe Browsing) कर सकते हैं
मोजिला फायरफॉक्स
यदि आपके आपरेटिंग सिस्टम में पहले से ही पैरेंटल कंट्रोल फीचर ऑन है, तो फिर मोजिला फायरफॉक्स (Mozilla Firefox) ब्राउजर को सेफ मोड पर सेट करना एक बेहतर तरीका हो सकता है। इसके लिए आपको बहुत कुछ करने की जरूरत नहीं है। बस पेज के दायीं ओर तीन बार वाले विकल्प पर क्लिक करें। आपको ड्रॉप-डाउन मेन्यू (Drop Down Menu) दिखाई देगा। यहां सेटिंग ऑप्शन को चुनें और प्राइवेसी ऐंड सिक्योरिटी सेटिंग्स पर जाएं। यहां पर सेफ्टी फीचर्स को आन कर दें। इसके बाद यह स्वचालित तरीके से अवांछित कंटेंट को फिल्टर कर देता है।
गूगल क्रोम
अगर सिस्टम पर गूगल क्रोम (Google Crome) का उपयोग कर रहे हैं, तो यहां भी गूगल सेफ सर्च (Google Safe Search) का विकल्प है। अगर गूगल क्रोम डिफॉल्ट ब्राउजर (Default Browser) के रूप में सेट है, तो गूगल सेटिंग्स में जाएं और प्राइवेसी सेटिंग पर क्लिक करें। यहां सेफ सर्च फिल्टर पर क्लिक करना होगा। आपको बता दें कि सेफ सर्च को लाक भी कर सकते हैं। यदि आपने एंड्रायड फोन (Andriod Phone) को अपने लैपटॉप व अन्य डिवाइस (Laptop and other Devices) से लिंक किया है, तो सभी डिवाइस पर फिल्टर लागू हो जाएंगे। हालांकि अपनी डिवाइस पर अनुचित सामग्री को पूरी तरह से ब्लाक करने के लिए कुछ एप्स की भी मदद ले सकते हैं। क्रोम में अनुचित कंटेंट को ब्लाक करने का एक अन्य तरीका है- कंटेंट सेटिंग्स। इसकी मदद से आपके लिए यह सेट करना आसान हो जाएगा कि सर्च में कौन-सी वेबसाइट दिखे और कौन नहीं।
इंटरनेट एक्सप्लोरर
माइक्रो सॉफ्ट के इंटरनेट एक्सप्लोरर (Internet Explorer) पर कई ऐसी सुविधाएं हैं, जो पैरेंट्स को सामग्री नियंत्रित करने में मदद करती हैं। एक बार जब आप सर्च इंजन ओपन कर लेते हैं, तो इंटरनेट ऑप्शन वाले सेक्शन में जाएं और कंटेंट एडवाइजर को एक्टिवेट करें। जब आप ऐसा कर लेते हैं, तो इसमें आपको ब्लाक करने के लिए कई विकल्प मिलते हैं। आप इसमें से चुन सकते हैं कि किस सामग्री को ब्लाक करना है। आप चाहें, तो एक्सप्लोरर ब्राउजर से पैरेंट्ल कंट्रोल फीचर को भी जोड़ सकते हैं।
अनुचित कंटेंट से बच्चों को दूर रखने के लिए खास ब्राउजर का उपयोग
बाक्स में सेफ ब्राउजिंग इंटरनेट पर अनुचित कंटेंट से बच्चों को दूर रखने के लिए खास ब्राउजर का उपयोग किया जा सकता है। अच्छी बात यह है कि इन ब्राउजर्स को बच्चों को ध्यान में रखकर ही डेवलप किया गया है। इनमें किडल, किडजू, आस्क किड्स, किडओज, किडरैक्स, किड्जसर्च आदि शामिल हैं।
जरूरी है एकाउंट की निगरानी
पैरेंट्स बच्चों के एकाउंट पर नजर रखें। साथ ही, बच्चे जिस कंप्यूटर या मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे हैं, उसकी ब्राउजर हिस्ट्री को भी देखते रहें कि वह क्या सर्च कर रहा है।- बच्चों के मोबाइल और पीसी पर हमेशा एंटीवायरस को अपडेट रखें। साथ ही, सिक्योरिटी अपडेट को भी नजरअंदाज न करें।
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