क्राइम
झारखंड : ग्राहक सेवा केंद्र संचालक से मिल करते थे साइबर ठगी, 11 गिरफ्तार
Cyber Crime News : झारखंड में साइबर ठगी के एक बड़े मामले का पर्दाफाश हुआ है। ग्राहक सेवा केंद्र (CSP)संचालकों के साथ मिलकर साइबर ठग लोगों को चूना लगा रहे थे। साइबर ठग इनकी मदद से लोगों के बैंक अकाउंट साफ कर दे रहे थे। झारखंड पुलिस ने दो सीएसपी संचालकों समेत 11 साइबर ठगी के आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों संचालकों को अवैध तरीके से खाते से पैसे निकालने में मदद करने के लिए कमीशन मिलता था। गिरफ्तार लोगों के पास से 17500 रुपये, दो बाइक, दो ई पॉस मशीन, एक राउटर, आठ एटीएम कार्ड, तीन चेकबुक, 15 पासबुक, 22 सिम कार्ड, 14 मोबाइल बरामद हुए हैं।
एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा के अनुसार डीएसपी मंगल सिंह जामुदा व डीएसपी नेहा बाला के नेतृत्व में साइबर ठगों के धड़पकड़ के लिए विशेष टीम बनाई गई थी। इस टीम ने खरना, लखनुआ, चकबागजोरा, पसिया गांव, जरगड़ी, श्रीरामपुर व खड़गडीहा गांव में छापेमारी की और इन्हें गिरफ्तार किया। इनमें दो सगे भाई भी शामिल हैं, जो जरगड़ी गांव में सीएसपी संचालक हैं। लालू अंसारी और शमीम अंसारी इनका नाम है। दोनों 10 से 20 फीसद कमीशन पर साइबर ठगों को लेगों के खाते से पैसा निकालने में मदद करते थे।
फर्जी बैंक अधिकारी बनकर करते थे ठगी
एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने यह भी बताया कि आरोपी लोगों को फर्जी बैंक अधिकारी बनकर फर्जी नंबर से फोन करते थे। एटीएम बंद होने व चालू कराने की बात कह कर लोगों को अपनी जाल में फंसा लेते थे और उनके खातों को मिनटों में खाली कर देते थे। ये लोग केवाइसी के नाम पर लोगों के आधार कार्ड, एटीएम नंबर, सीबीबी नंबर ले लेते थे और लोगों के खातों से पैसे उड़ा देते थे।
ये हुए गिरफ्तार
गिरफ्तार लोगों में खरना के रहने वाले दीपक रजवार, लखनुआ के अनूप दास, कुंदन दास, रंजीत दास, चकबागजोरा गांव के बीरबल कुमार दास, पसिया के संतु दास, जरगड़ी गांव के लालू अंसारी व शमीम अंसारी, मोहनपुर के राकेश कुमार, विशाल कुमार राय व प्रदीप राय शामिल हैं।