क्राइम
दिल्ली में 650 परिवारों से 4.25 करोड़ रुपये से ठगी, पोंजी स्कीम का मास्टरमाइंड गिरफ्तार; 3 साल से था फरार
दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने आखिरकार चंदर प्रकाश सैनी को गिरफ्तार कर लिया है, जो एक पोंजी स्कीम का मास्टरमाइंड है। उसने 650 से ज्यादा लोगों से 4.25 करोड़ रुपये ठग लिए। सैनी पिछले तीन सालों से गिरफ्तारी से बच रहा था। वह अपने साथियों के साथ मिलकर वसुंधरा ग्रुप और अनकाय निधि नाम की फर्जी वित्तीय कंपनियों के जरिए धोखाधड़ी का जाल बिछाया।
उनके निशाने पर उत्तर-पश्चिमी दिल्ली (North West Delhi) में रहने वाले कम आय वाले परिवार थे। उन्हें हाई रिटर्न का लालच देकर, उन्होंने डेली इन्वेस्टमेंट सेविंग अकाउंट और फिक्स्ड डिपॉजिट जैसी आकर्षक निवेश योजनाओं की पेशकश की। पोंजी स्कीम को सही लगे इसके लिए आरोपियों ने एक भ्रम पैदा किया। उन्होंने नकली पासबुक और दस्तावेज जारी किए, जो असली बैंकों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले दस्तावेजों से मिलते जुलते थे।
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इसके अलावा उन्होंने रियल एस्टेट और होटल्स में व्यावसायिक हितों का दावा करने वाली विस्तृत वेबसाइट्स भी बनाईं, जो पूरी तरह से मनगढ़ंत थीं। बेखबर पीड़ितों से करोड़ों रुपये सफलतापूर्वक एकत्र करने के बाद, सैनी और उनके सहयोगियों ने अचानक अपना ऑफिस बंद कर दिए और गायब हो गए। सैनी की पत्नी सुनीता सैनी इन कंपनियों में सह-निदेशक के रूप में काम करती थीं। उसको 2022 में गिरफ्तार कर लिया गया।
सैनी खुद गायब हो गया। वह लगातार अपने ठिकाने बदलता रहा और किसी भी डिजिटल फुटप्रिंट से सावधानीपूर्वक बचता रहा, जिससे उसे पकड़ना बनाना मुश्किल हो गया। हालांकि, एसआई मनोज कुमार के नेतृत्व में ईओडब्ल्यू टीम ने सर्विलांस की मदद से कई राज्यों में छापे माफे और स्थानीय खुफिया जानकारी का इस्तेमाल करते हुए सैनी का लगातार पीछा किया। फिर दिल्ली में सैनी के संभावित ठिकाने का पता चला। इसके बाद उसकी गिरफ्तारी हुई।
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इस मामले के मद्देनजर, दिल्ली पुलिस लोगों से निवेश के अवसरों पर विचार करते समय अत्यधिक सावधानी बरतने का आग्रह कर रही है।
- समझदारी से निवेश करें: निवेश करते समय RBI द्वारा मान्यता प्राप्त बैंकों और वित्तीय संस्थानों के पास जाएं।
- हाई रिटर्न से सावधान रहें: अवास्तविक हाई रिटर्न का वादा करने वाली योजनाओं से सावधान रहें। ये संभावित धोखाधड़ी को लेकर अलर्ट हैं।
- भेडचाल का हिस्सा न बनें: अपने निवेश के फैसले केवल इस आधार पर न लें कि आपके पड़ोस में दूसरे क्या कर रहे हैं। कोई भी पैसा लगाने से पहले खुद ही गहन शोध करें।
- शुरुआत में लाभ मिलना जाल हो सकता है: किसी निवेश योजना द्वारा दिए जाने वाले शुरुआत में अच्छे रिटर्न की जाल में न फंसे। यह आपको और अधिक निवेश करने के लिए लुभाने की एक चाल हो सकती है।
- प्रतिष्ठित विकल्प चुनें: RBI से अनुमोदित बैंक, सरकारी योजनाओं या डाकघर योजनाओं जैसी संस्थाओं द्वारा दी जाने वाली निवेश योजनाओं को प्राथमिकता दें।
- वित्तीय संस्थान की जांच करें: निवेश करने से पहले हमेशा किसी भी वित्तीय संस्थान की जांच करें। आरबीआई की आधिकारिक वेबसाइट (https://www.rbi.org.in/), बिजनेस न्यूज वेबसाइट या रेगुलेट्री बॉिज जैसे विश्वसनीय स्रोतों का उपयोग करें। निवेश करने के लिए सोशल मीडिया एंफ्लुएंसर या व्हाट्सएप ग्रुप्स के माध्यम से दी जाने वाली सलाह पर भरोसा न करें।