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क्राइम

Matrimonial साइट बने साइबर क्राइम का अड्डा, शादी के नाम पर हो रही ठगी, लड़कियां हो रहीं सबसे ज्यादा शिकार

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Matrimonial साइट बने साइबर क्राइम का अड्डा, शादी के नाम पर हो रही ठगी, लड़कियां हो रहीं सबसे ज्यादा शिकार

क्या आप भी मेट्रोमोनियल साइट (Matrimonial site) पर अपने किसी सगे-संबंधी या अपनी शादी के लिए लड़का या लड़की ढूंढ़ रहे हैं? अगर ऐसा है तो आपको सतर्क रहने की जरूरत हैं। नहीं तो आप साइबर ठगी के शिकार हो सकते हैं। खासकर महिलाएं इसकी शिकार हो रही हैं। हाल ही में मुंबई पुलिस ने 34 साल के युवक को पकड़ा। बीटेक और एमबीए डिग्रीधारी इस युवक ने मेट्रिमोनियल साइट्स पर झूठा प्रोफाइल बनाकर 40 लड़कियों को ठग चुका था। साइबर एक्पर्ट्स के अनुसार इन दिनों मेट्रिमोनियल फ्रॉड एक नया साइबर क्राइम का तरीका बनकर उभर रहा है, जो महिलाओं को अपना शिकार बना रहा है।

मामला यह है कि लड़की को मेट्रिमोनियल साइट पर किसी लड़के की प्रोफाइल पसंद आती है। लड़के का पैकेज अच्छा लगता है और वह दिखने में हैंडसम है। इसके बाद दोनों की बातचीत शुरू हो जाती है। बातचीत आगे बढ़ने पर दोनों शादी का फैसला करते हैं। एक दिन लड़का अचानक लड़की को बताता है कि मेडिकल इमरजेंसी के कारण उसे पैसे की जरूरत है। लड़की अपने बैंक अकाउंट से पैसे ट्रांसफर कर देती है। वह किसी अन्य बहाने से भी पैसा मंगा सकता है। पैसा भेजने के बाद धीरे-धीरे वह बातचीत कम कर देता है। फिर कुछ समय बाद सबकुछ खत्म हो जाता है। लड़की साइबर ठगी का शिकार हो जाती है।

कोरोना काल में साइबर क्राइम-घरेलू हिंसा की शिकायतें ज्यादा
कोरोना काल में महिलाओं के खिलाफ ठगी और अपराध जैसे मामले हाल ही में काफी बढ़े हैं। एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार केवल दिल्ली में ही साल 2019 की तुलना में साल 2020 में साइबर क्राइम में 55 फीसद की बढ़ोतरी देखी गई। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा के अनुसार लॉकडाउन के बाद महिलाएं शिकायत करने को लेकर जागरूक हुई हैं। हमारी हेल्पलाइन पर शिकायत करने में यकीन करने लगी हैं। अपने साथ होने वाली हिंसा की शिकायत करने वालों में ज्यादातर युवा और अधेड़ उम्र महिलाएं हैं।

कम उम्र की महिलाएं हो रहीं साइबर क्राइम की शिकार
साइबर क्राइम की शिकायतें कम उम्र की महिलाओं ने काफी की है। 30 से अधिक साल की महिलाओं में घरेलू हिंसा की शिकायतें अधिक होती हैं। पहली बार जब लॉकडाउन लगा तो महिलाओं के साथ सड़कों पर होने वाली छेड़खानी और रेप जैसी घटनाओं में कमी पाई गई। लेकिन पिछले दो सालों से साेशल मीडिया पर लाेग अधिक एक्टिव हुए हैं इसलिए साइबर क्राइम की शिकायतें पहले से अधिक आई है। ‘सेक्सटॉर्शन’ और ‘रिवेंज पोर्नोग्राफी’ के माध्यम से भी लड़कियों को शिकार बनाया जा रहा है।

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