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Cyber Crime

Instant Loan देने वाले Mobile App क्यों बने सुसाइड बम से भी ज्यादा खतरनाक, चुरा लेते हैं फोन का डेटा, ऐसे करते हैं ब्लैकमेल, जानेंगे तो उड़ जाएंगे होश

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अगर आप किसी मोबाइल ऐप से ऑनलाइन लोन (Online Instant loan Mobile App) लेना चाहते हैं तो समझ लीजिए सुसाइड बम बनने जा रहे हैं। क्योंकि लोन लौटाने में 7 दिन से एक दिन की भी देरी हुई तो लोन देने वाले आपको मानसिक तौर पर इतना प्रताड़ित करेंगे कि आप आत्महत्या करने तक को मजबूर हो जाएंगे। शायद ये सुनकर आपको हैरानी हो। और भरोसा भी ना करें। लेकिन जिन लोगों के साथ ऐसा हुआ उनमें से कई लोग आत्महत्या कर चुके हैं और कई लोग आत्महत्या करने की कगार पर हैं।

लोन देने से पहले कस्टमर के फोन का डेटा कर लेते हैं हैक 

लोन लेने के दौरान इस तरह से फोन का Contact list हैक कर लेते हैं

इन मोबाइल ऐप की हकीकत जानेंगे तो ये आपको किसी खूंखार आतंकवादी से भी ज्यादा खतरनाक लगेंगे। क्योंकि इन दिनों महज कुछ मिनट में ही आपको 7 दिन या 15 दिन के लिए Instant Loan देने वाले दर्जनों मोबाइल ऐप हैं। ये मोबाइल ऐप वाले सिर्फ आधार कार्ड और पैन कार्ड की फोटो लेकर ही कुछ मिनट में ही 1500 से लेकर 20 हजार रुपये तक का लोन दे देते हैं। लेकिन लोन क्रेडिट करने से पहले ही प्रोसेसिंग फीस और जीएसटी के नाम पर मोटा पैसा काट लेते हैं। और लोन लौटाने में अगर 7 दिन से एक दिन की भी देरी हो गई तो गाली-गलौच के साथ धमकी देने लगते हैं। सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात ये है कि लोन देने की प्रॉसेसिंग के समय ही ये शातिर बदमाश आपक स्मार्टफोन का डेटा भी एक तरीके से हैक कर लेते हैं। हालांकि, इसके लिए लोन लेते समय मोबाइल ऐप पर एक मैसेज आता है लेकिन उसे स्वीकार करते ही आपके मोबाइल में सेव सभी कॉन्टैक्ट नंबर ऑटोमेटिक लोन देने वालों के सिस्टम में स्टोर हो जाता है। फिर शुरू होती है आतंकवादियों से भी ज्यादा खौफनाक खेल।

लोन देकर ब्लैकमेल करने से आत्महत्या करने की हालत में पहुंचा : पीड़ित

7 दिन में पैसे नहीं देने पर वॉट्सऐप पर ऐसे देते हैं धमकी

गाजियाबाद के प्रताप विहार में रहने वाले सिद्धार्थ इन दिनों मोबाइल लोन देने वालों की धमकी से बुरी तरह से डिप्रेशन में आ चुके हैं। ये मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत हैं। लेकिन इस महीने परिवार में किसी की बीमारी की वजह से इनकी सैलरी खत्म हो गई। इसलिए मजबूरी में और जल्दबाजी में इन्होंने गूगल पर instant Loan का पता किया। इस दौरान इन्हें दर्जनों मोबाइल ऐप के बारे में जानकारी हुई। इनमें से एक Palm Cash मोबाइल ऐप से 7 हजार रुपये का लोन लिया। इस लोन के लिए सिद्धार्थ से आईडी प्रूफ के तौर पर आधार कार्ड, पैन कार्ड और एक लाइव सेल्फी मांगी गई थी। इसे देते ही उनके अकाउंट में 5800 रुपये क्रेडिट हुए थे। बाकी 1200 रुपये जीएसटी और प्रोसेसिंग फीस के नाम पर काट लिए गए। लेकिन पहले से ही सैलरी खत्म होने की वजह से 7 दिनों में ये पैसे चुका नहीं पाए।

परिवार-रिश्तेदार और दोस्तों को भी कॉल कर धमकाते हैं लोन देने वाले

इसके बाद सिद्धार्थ को लगातार फोन पर गाली-गलौच के साथ धमकी दी जाने लगी। सिद्धार्थ को हैरानी तब हुई जब उनकी बुआ, दोस्त और रिश्तेदारों के पास धमकी भरे फोन पहुंचे। इस बारे में लोन देने वाले ने बताया कि उनके पास सिद्धार्थ के फोन के सभी कॉन्टैक्ट नंबर मोजूद हैं। अगर वो जल्द ही पैसे नहीं लौटाए तो सभी लोगों को फोन और मैसेज भेजकर परेशान करने लगेंगे। एक दिन की देरी होने पर प्रति दिन का 200 रुपये पेनल्टी भी लगाई जा रही है। इसके बाद सिद्धार्थ ने लोन का पैसा लौटाने के लिए मजबूर होकर 4 अलग-अलग ऐप से कई हाजर रुपये ले लेने पड़े और अब बकाया 50 हजार रुपये से ज्यादा का हो चुका है। जिसकी वजह से लोन देने वाले लीगल नोटिस भेजकर धमकी दे रहे हैं। जिससे परेशान होकर सिद्धार्थ आत्महत्या करने की सोचने लगे। इस बारे में एक दोस्त से बात की तब उसने यूपी पुलिस के साइबर सेल में शिकायत करने की सलाह दी। जिसके बाद पीड़ित ने साइबर पुलिस से शिकायत दी। आप भी देखें क्या लिखा है शिकायत में..

पीड़ित की तरफ से लिखी गई शिकायत

दिल्ली पुलिस के नाम पर फर्जी लीगल नोटिस भी भेज कर धमका रहे

Delhi Police के नाम पर फर्जी लीगल नोटिस

Online App Loan देने वाले गैंग की गुंडागर्दी का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि ये दिल्ली पुलिस तक का नाम का दुरुपयोग कर रहे हैं। दरअसल, लोन लेने वाले जब 7 दिनों में पैसे नहीं जमा कर रहे हैं तब ये दिल्ली पुलिस के नाम पर बनाए फर्जी लीगल नोटिस को कस्टमर के वॉट्सऐप पर भेज रहे हैं। इसके अलावा कोर्ट के नोटिस भी भेजकर ब्लैकमेल कर रहे हैं। जबकि हकीकत में ये सबकुछ फर्जी है। लेकिन इस बारे में नहीं जानने वाले लोग इस नोटिस से बुरी तरह से डर जा रहे हैं।

लोन देने वालों की ब्लैकमेलिंग से परेशान इंदौर के युवक ने की आत्महत्या

इंदौर के युवक की आत्महत्या की खबर (सौजन्य-पत्रिका)

सिद्धार्थ को ब्लैकमेल करते हुए धमकी देने का ये कोई पहला मामला नहीं है। इस समय देश भर में रोजाना हजारों लोगों को ऐसी धमकी दी जा रही है। लोगों को परेशान किया जा रहा है। अभी हाल में ही मध्य प्रदेश के इंदौर में रहने वाले 22 वर्षीय युवक हर्ष ने इनकी धमकी से परेशान होकर आत्महत्या कर ली थी। कोरोना लॉकडाउन में हर्ष की नौकरी चली गई थी। इसलिए मजबूरी में एक मोबाइल ऐप से लोन ले लिया था। लोन चुकाने में 7 दिन से ज्यादा दिन की देरी हुई तो उसे धमकी दी जाने लगी और उसके फोन से हैक किए नंबरों पर भी गाली-गलौच और ब्लैकमेलिंग शुरू कर दी गई थी। यहां तक कि परिवार की महिलाओं से भी बदसलूकी की जाने लगी थी जिससे तंग आकर हर्ष ने आत्महत्या कर ली थी।

देखें लोन देने वाले मोबाइल ऐप की लिस्ट  

Alpa cash, Sweet Cash, Ins Cash, Palm Cash, AAA cash, Cash Bowl, UU cash, YesRupee,  Wifi Cash, MoreRupee, We Rupee, CashIn, MoNeed, Cashbus, Kissht, Moneyclick, CashMama, Erupee, Cashcred, CashE, reditt, Icredit, RupeeDay, RupeeFly, and many More…

लॉकडाउन में हुए बेरोजगारों को लोन देकर हो रही ब्लैकमेलिंग

एक रिपोर्ट के मुताबिक, 24 मार्च से भारत में हुए लॉकडाउन के बाद 10 करोड़ लोगों की नौकरी छूट गई। इसी दौरान गूगल प्ले स्टोर पर 100 से ज्यादा Instant Loan देने वाले ऐप तेजी से आ गए। इनमें काफी मोबाइल ऐप चीन के भी हैं। इस लॉकडाउन के दौरान ही लगभग सभी मोबाइल ऐप को 10 लाख से भी ज्यादा बार डाउनलोड किए जाने की रिपोर्ट मिली हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कितनी भारी संख्या में इन ऐप से लोन लिया है। ये लोन 1500 से लेकर 20 हजार रुपये तक दिए जा रहे हैं। और इसे काफी ज्यादा ब्याज दर (High Interest Rate) पर दिया जा रहा है और लौटाने की समय-सीमा सिर्फ 7 दिनों की है। जिस वजह से ज्यादातर लोग इसमें फंसकर ब्लैकमेलिंग के शिकार हो रहे हैं।

लोगों ने Twitter पर भी की शिकायत

देश भर में लोगों ने ट्वीट के जरिए और अन्य माध्यम से इस तरह के मामले की शिकायत कर चुके हैं। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

 

अगर आप Online Loan ले रहे हैं तो इस नियम-कानून को जरूर जानें

  • मोबाइल ऐप से लोन देने वाले किसी भी कीमत पर आपकी कॉन्टैक्ट लिस्ट अपने पास नहीं स्टोर कर सकते
  • आपके फोन का पर्सनल डेटा कोई नहीं ले सकता है। ऐसा करने वालों के खिलाफ साइबर कानून से होगी कार्रवाई
  • डेटा चोरी करने पर IT Act-66  के तहत अपराध है। इसमें 3 साल तक की जेल या 5 लाख रुपये का जुर्माना या दोनों हो सकता है
  • आईटी एक्ट-72A के तहत आपकी बिना अनुमति के जानबूझकर डेटा चुराने पर सजा हो सकती है।
  • लोन देने वाले मोबाइल ऐप आपके आधार कार्ड, पैन कार्ड और किसी फोन नंबर का दुरुपयोग नहीं कर सकते हैं
  • लोन देने वाली कंपनी किसी कस्टमर के बारे में किसी दूसरे से सार्वजनिक तरीके से जानकारी नहीं दे सकती है
  • कोई भी रिकवरी एजेंट सिर्फ लोन लेने वाले को ही वर्किंग डे में सुबह 7 से शाम 7 बजे तक कॉल कर सकते हैं
  • लेकिन मोबाइल ऐप वाले आधी रात को भी फोन कर धमकी दे रहे हैं जिसे लेकर कड़े कानून बनाने की मांग हो रही है
  • लोन लेने वाले फर्जी दिल्ली पुलिस के नाम पर या किसी कोर्ट के नाम पर लीगल नोटिस भेजते हैं जो फर्जी है
  • ऐसी किसी धमकी से डरने के बजाय आप नजदीकी पुलिस थाने में तुरंत शिकायत करें और RBI को भी सूचना दें
  • ये लोन देने वाले मोबाइल ऐप RBI के किसी भी नियम कानून को नहीं मानते हैं इसलिए ये पूरी तरह से प्राइवेट हैं

अगर आपकी शिकायत नहीं हो रही है तो आप इस लिंक पर क्लिक कर पूरी जानकारी देख सकते हैं

साइबर क्राइम की ऑनलाइन ऐसे करें शिकायत