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Cyber Crime

सिर्फ एक मिस्ड कॉल आई और महिला डॉक्टर के खाते से निकल गए 7 लाख, जानें पूरा मामला

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सिर्फ एक मिस्ड कॉल (Missed Call) आई और महिला डॉक्टर का बैंक अकाउंट ही खाली हो गया। महिला डॉक्टर के खाते में उस समय कुल 7 लाख 126 रुपये थे। और साइबर ठगों ने एक रुपये भी नहीं छोड़ा। पूरे 7 लाख और 126 रुपये तक निकाल लिए। इस बारे में जब महिला डॉक्टर को जानकारी हुई तब उनके परिवार में सन्नाटा पसर गया। परिवार के लोग भागते हुए बैंक पहुंचे लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल पाई। अब महिला डॉक्टर ने इस मामले (Missed Call Cyber Fraud) में साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

यूपी के अयोध्या का मामला, 30 सितंबर को रिटायर्ड हुई थीं महिला डॉक्टर

साइबर क्राइम (Cyber Crime) का ये मामला यूपी के अयोध्या का है। यहां के महबूब गंज में रहने वाली डॉ. रंजना गौड़ अयोध्या के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आयुर्वेदिक डॉक्टर थीं। अभी 30 सितंबर को ही वह रिटायर हुईं थीं। रिटायरमेंट के बाद इनके खाते में कई लाख रुपये आए थे। इनका अकाउंट बैंक ऑफ बड़ौदा में है। रिटायरमेंट के कुछ पैसों को इन्होंने फिक्स डिपॉजिट करा दिया था। जबकि इसके बाद भी 7 लाख 126 रुपये बैंक अकाउंट में जमा थे। बैंक में पैसे जमा होने से ये काफी निश्चिंत थीं कि वहां सेफ्टी है। लेकिन साइबर क्रिमिनल ने उनके इस भरोसा को महज कुछ दिनों बाद ही तोड़ दिया।

2 चिप वाले ATM कार्ड भेजने के नाम पर OTP की डिटेल ली, फिर खाता किया खाली

महिला डॉक्टर रंजना गौड़ ने बताया कि 22 अक्टूबर की सुबह वह अपने घर पर ही थीं। उसी समय सुबह करीब 11 बजे मेरे मोबाइल फोन पर एक मिस्ड कॉल आई। रिटायरमेंट की वजह से खाली थी इसलिए सोचा कि जिस नंबर से मिस्ड कॉल आई है उससे बात कर लूं। उस पर फोन मिलाया तो कॉल करने वाले ने कहा कि वह बैंक ऑफ बड़ौदा का मैनेजर है। उसने फिर मेरे बैंक अकाउंट नंबर और एड्रेस की जानकारी दी। इसके बाद बोला कि आपके पास जो एटीएम कार्ड है वो काफी पुराना हो चुका है। पुराना एटीएम कार्ड (ATM Card) एक चिप वाला है। जो सेफ नहीं है। इसलिए बैंक की तरफ से ग्राहकों को दो चिप वाला ज्यादा सेफ एटीएम कार्ड जारी किया जा रहा है।

उसी एटीएम कार्ड को वेरिफाई किया जा रहा है। इसके लिए आपके पास भी मैसेज आया होगा। अगर कोई मैसेज नहीं आया है तो ओटीपी की तरह एक वेरिफिकेशन कोड आएगा। उस कोड को आपको वेरिफाई करने के लिए बताना होगा। इस तरह साइबर क्रिमिनल के जाल में फंसकर डॉ. रंजना ने कोड की जानकारी दे दी। जिसके बाद से उनके अकाउंट से पूरे 7 लाख 126 रुपये निकाल लिए गए। इसके बाद महिला डॉक्टर ने बैंक में सूचना दी। बैंक वालों ने जब ऐसे किसी भी एटीएम कार्ड को इशू नहीं किए जाने की जानकारी दी तब इनके होश उड़ गए।

आपके बैंक खाते से लेकर एटीएम कार्ड की डिटेल सबकुछ बिक रहा है, रहें सावधान

साइबर एक्सपर्ट बताते हैं कि हर किसी के बैंक खाते और एटीएम कार्ड की डिटेल आसानी से साइबर क्रिमिनल को मिल रही हैं। आलम ये है कि एक कस्टमर की डिटेल महज एक रुपये के हिसाब से बिक रही है। मतलब, हजारों की संख्या में कस्टमर के डेटा एक साथ किसी क्लाइंट को एक रुपये प्रति डेटा के हिसाब से बेच दिए जा रहे हैं। जिसके बाद साइबर क्रिमिनल उन डिटेल में से एक्टिव बैंक खातों का पता लगाकर उसे टारगेट करते हुए ठगी कर रहे हैं। इसलिए अगर कोई आपके खाते या कार्ड की डिटेल बताए तो तुरंत उस पर भरोसा ना करें।

Cyber Crime Safety Tips

  • कोई भी बैंक कर्मचारी फोन कर कोई जानकारी नहीं मांगता है, इसलिए अलर्ट रहें
  • आपके खाते की डिटेल क्रिमिनल के पास है इसलिए कोई फोन करे तो भरोसा ना करें
  • इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि कभी भी फोन पर बात करते हुए कोई डिटेल ना दें
  • मोबाइल पर आए किसी भी मैसेज या नोटिफिकेशन को पहले अच्छे से पढ़ें
  • आजकल साइबर क्रिमिनल कैशबैक ऑफर के मैसेज भेज भी कर रहे हैं ठगी
  • इसलिए ऐसे किसी भी मैसेज पर क्लिक ना करें, क्लिक करते ही पैसे कट जाएंगे