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क्राइम

अब E-Challan को साइबर ठगों ने बनाया हथियार, लिंक खोलते ही बैंक अकाउंट हो रहा खाली

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अब E-Challan को साइबर ठगों ने बनाया हथियार, लिंक खोलते ही बैंक अकाउंट हो रहा खाली

अगर आपके मोबाइल फोन पर भी ट्रैफिक रूल ब्रेक (Traffic Rule) करने को लेकर फाइन जमा करने संबंधित कोई मैसेज आया है तो आप फौरन अलर्ट हो जाएं। कहीं ऐसा न हो कि रूल ब्रेक का फाइन भरने के लिए आप मैसेज में आए लिंक ओपन करें और इधर आपका अकाउंट खाली हो जाए। जी हां, इन दिनों साइबर अपराधियों ने लोगों को ठगने का नया फार्मूला तैयार किया है। ई-चालान (E-Challan) साइबर अपराधियों (Cyber Criminals) का एक नया हथियार बना हुआ है।

फर्जी लिंक बनाकर (Fake Link) ये लोग मोबाइल पर मैसेज के माध्यम से भेजते हैं, जिसमें ट्रैफिक नियम तोड़ने ( Traffic Rule) का जिक्र होता है। उसी आधार पर फाइन की राशि जमा करने को भी कहा जाता है। अन्यथा कानूनी कार्रवाई का हवाला भी दिया जाता है। आम पब्लिक इसमें आसानी से फंस जाती है और फाइन जमा करने के लिए लिंक भी ओपन करने लगती है।

साइबर क्रिमिनल्स Cyber Criminals) से आम पब्लिक काफी परेशान है। साइबर अपराधी लोगों की हर एक्टिविटी पर सेंध लगाने का प्रयास करते रहते हैं। अलग-अलग तरीकों से ये अपराधी आम लोगों की गाढ़ी कमाई मिनटों में उड़ा देते हैं। लोगों को हर कदम पर अलर्ट रहने की जरूरत है। ऑनलाइन कोई भी पेमेंट (Online Payment) करने से पहले उसकी अच्छी तरह जांच-पड़ताल जरूर कर लें।

धड़ाधड़ लोगों के मोबाइल पर एक लिंक भेजा जा रहा है। करीब 40 लोगों के साथ ऐसा हुआ है। इस लिंक पर क्लिक करके अपना चालान भुगतान करने को कहा जाता है। मैसेज भेजने के बाद वायस कॉल करके भी जुर्माने की राशि एक निश्चित तिथि तक जमा करने का दबाव बनाया जाता है।

ट्रैफिक पुलिस को कई लोगों ने इसकी जानकारी दी है। हालांकि इसके बाद पुलिस भी अलर्ट मोड में आते हुए लोगों से सावधानी बरतने की अपील कर रही है। लेकिन इस तरह से लोगों को लूटने वाले साइबर फ्राड पुलिस की गिरफ्त से काफी दूर हैं। पुलिस इन्हें पकडऩा तो दूर इनका पता तक नहीं लगा पाई है।

मामले की जानकारी मिलने के बाद यातायात थाना ने सूचना और एक हेल्पलाइन नंबर जारी कर अपनी भूमिका निभा दी। हालांकि, जिन फर्जी नंबर से लोगों को फोन किए गए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। लेकिन अपराधी फिलहाल पुलिस की पकड़ से दूर हैं।

साइबर अपराधी ट्रैफिक रूल वॉयोलेसन का मैसेज उन लोगों के पास भी भेज रहे हैं, जिन्होंने रूल ब्रेक किया ही नहीं है। बरियातू के रहने वाले अभिषेक शर्मा जो सरकारी विभाग में कार्यरत हैं। बताया कि एक लिंक भेजा गया था, जिसमें ट्रैफिक रूल ब्रेक करने की जानकारी थी।

इसके थोड़ी ही देर बाद एक कॉल आया, जिसमें कहा गया कि दो दिनों के अंदर फाइन की राशि जमा कर दें। नहीं तो कोर्ट से गाड़ी छुड़ानी पड़ेगी। अभिषेक ने बताया कि उन्होंने कोई रूल ही ब्रेक नहीं किया है। लेकिन फिर भी इस तरह के मैसेज आ रहे हैं। जब उन्होंने ट्रैफिक थाना से इसकी जानकारी ली तो लिंक फेक होने की सूचना मिली। वहीं जिन्होंने अनजाने में नियम तोड़ा है उन तक भी संदेश पहुंच रहा है।

बार-बार इस तरह की सूचनाएं मिलने के बाद रांची पुलिस ने भी इस संबंध में लोगों को अवेयर करते हुए नोटिस जारी किया है। यातायात पुलिस की ओर से यह अपील की गई है कि किसी भी तरह की ट्रैफिक संबंधित फाइन यातायात पुलिस और परिवहन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर ही ऑनलाइन चालान जमा करें।

किसी भी तरह के चालान संबंधी समस्या के लिए यातायात पुलिस की ओर से हेल्पलाइन नंबर 8987790772 और 8987790782 भी जारी किया गया है। रांची के ट्रैफिक डीएसपी जीतवाहन उरांव ने कहा कि फर्जी नंबर से फोन कर चालान जमा करने की जानकारी मिली है। इस संबंध में कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। जल्द ही साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। लोग ऑफिशियल बेवसाइट पर ही चालान जमा करें।

इन नंबरों से आए कॉल तो हो जाएं सचेत
7430858761, 8881903768, 8343967226, 7430913202, 9918282497, 8343951816

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