क्राइम
आधार के बाद लाइफ सर्टिफिकेट अपडेट के नाम पर शुरू हुई ठगी, आपके पास भी आया कॉल
साइबर ठगों ने आधार अपडेट से लेकर केवाईसी के बाद लाइफ सर्टिफिकेट अपडेट करने के नाम पर ठगी का धंधा शुरु कर दिया है. ठग रिटायर्ड अधिकारी और कर्मचारियों को अपना शिकार बना रहे हैं. ऐसे में आपकी जरा सी लापरवाही आपका पूरा अकाउंट खाली करा सकती है. साइबर ठग रिटायर्ड पेंशन धारकों को कॉल कर लाइफ सर्टिफिकेट अपडेट करने के लिए कॉल कर रहे हैं. इससे वह ऑनलाइन ही अपडेट के नाम पर ओटीपी के बहाने ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं. अगर आपके पास भी कोई ऐसा काॅल आया तो सतर्क हो जाएं.
ALSO READ: How to Report Cyber Crime in India : ऐसे करें साइबर क्राइम की Online FIR
दरअसल, पिछले कुछ दिनों में साइबर पुलिस टीम के पास पेंशन धारकों के ठगे जाने की कई शिकायतें आई हैं. इनमें ठग रिटायर्ड कर्मचारी और अधिकारियों को कॉल कर रहे हैं. उन्हें अपना जीवन प्रमाण पत्र अपडेट करने की सलाह देते हैं. साथ ही जल्द ही ऐसा न करने पर पेंशन बंद होने की बात कहते हैं. ठगों के पास में रिटायर्ड लोगों के मोबाइल नंबर से लेकर जॉइनिंग डेट, रिटायरमेंट डेट, पीपीओ नंबर, आधार कार्ड और नॉमिनी तक की पूरी जानकारी है.
ठग कॉल कर लोगों को पूरी जानकारी देकर ऑनलाइन ही जीवन प्रमाण पत्र अपडेट करने का झांसा दे रहे हैं. शख्स की पूरी जानकारी होने की वजह से वह भी ठगों पर विश्वास कर बैठते हैं. ठग एक ओटीपी साझा करने के लिए कहते हैं. इसके ओटीपी के शेयर करते ही ठग उनके खाते को अपने कंट्रोल में ले लेते हैं. इसके साथ खाते में जमा रुपया निकालकर वाॅलेट और फर्जी खातों में ट्रांसफर कर लेते हैं. पीड़ितों को अपने साथ हुई ठगी का पता बैंक की ओर से मोबाइल पर आए मैसेज से लगता है.
ALSO READ: Cyber Crime की रिपोर्टिंग के लिए गृह मंत्रालय ने जारी किया नया हेल्पलाइन नंबर, अब 155260 की जगह 1930 नंबर पर करें कॉल
बैंक में दर्ज नंबर रखें गुप्त
साइबर एक्सपर्ट्स और पुलिस अधिकारियों के अनुसार, कुछ लोग अपने मोबाइल नंबर को आधार से लेकर राशन और सार्वजनिक रूप से सभी चीजों में शेयर करते हैं. इस पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे व्हाट्सएप और फेसबुक भी चलाते हैं. ऐसे में उन्हें इसे बचाव करना चाहिए. बैंक से लेकर आधार और राशन से जुड़े नंबर पर व्हाट्रसऐप से लेकर दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफाॅर्म को दर्ज करने से बचें. बैंक या उससे संबंधित मैसेज के साथ आए लिंक पर भूलकर भी क्लिक कर न करें. किसी के साथ अपना ओटीपी या गोपनीय जानकारियों को साझा न करें. जीवन प्रमाण पत्र से लेकर दूसरे सर्टिफिकेट को ऑफिस जाकर ही अपडेट कराएं.
ये हैं ठगी के हथकंडे
– आधार अपडेट के नाम पर
– केवाईसी के नाम पर
– लक्की ड्रा के नाम पर
– बिजली बिल जमा करने के नाम पर
– बैंक अफसर बन लोन देने के नाम पर
– एटीएम बंद होने या का झांसा देकर
– बैंक अकाउंट से लेकर पेन और आधार को लिंक करने के नाम पर
– आधार और राशन कार्ड को एक साथ लिंक करने के नाम पर
– बैंक का फिशिंग पेज बनाकर
Follow The420.in on
Telegram | Facebook | Twitter | LinkedIn | Instagram | YouTube