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WHO के नाम पर MTS की नौकरी दिलाने के नाम पर 7 लोगों से 15 लाख की ठगी, आरोपी गिरफ्तार
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दिल्ली: देश भर में बेरोजगारों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी के मामले बढ़ रहे हैं। इसी कड़ी में एक ऐसा मामला दिल्ली से सामने आया है, जहां विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के कार्यालय में MTS की नौकरी दिलाने के नाम पर 7 लोगों से 15 लाख रुपये की ठगी की गई। पुलिस ने मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक, ज्योति नगर थाने में कुछ लोगों की ओर से ठगी की शिकायत दर्ज कराई गई थी। पीड़ितों ने बताया कि वे एक स्थानीय पार्क में एक व्यक्ति के संपर्क में आए, जो खुद को WHO के हेड ऑफिस में काम करने वाले डॉक्टर के रूप में बताता था। उसने उन्हें WHO के क्षेत्रीय कार्यालय में नौकरियों की पेशकश करके प्रभावित किया। आरोपी ने पीड़ितों को अच्छा वेतन और अन्य भत्तों की जानकारी देकर झांसे में लिया।
पीड़ितों ने आरोपी से UPI के माध्यम से पांच किस्तों में कुल 14,30,100 रुपये ट्रांसफर कराए और 50 हजार रुपये नकद भी दिए। कुछ दिनों बाद आरोपी की ओर से ई-मेल के माध्यम से ऑफर लेटर भेजा गया, लेकिन जब पीड़ितों ने संगठन के साथ क्रॉस चेक किया, तो सभी ऑफर लेटर नकली पाए गए।
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मामले को लेकर पीड़ितों ने आरोपी के साथ दोबारा संपर्क करने की कोशिश की, तो उसने उन्हें गंभीर परिणाम भुगत लेने की धमकी दी। पीड़ितों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन किया। टीम ने सर्विलांस की मदद से और स्थानीय सूत्रों के जरिए आरोपी से जुड़ी जानकारी एकत्र कर उसकी पहचान की। पुलिस ने उत्तर पूर्वी दिल्ली के मीत नगर इलाके से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी ने बताया कि वह बेरोजगारी की वजह से ठगी करने लगा
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसका नाम विनोद कुमार झां है। उसने गाजियाबाद के एक मेडिकल कॉलेज से बैचलर ऑफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी की पढ़ाई की थी, लेकिन पढ़ाई पूरी करने के बाद भी वह ज्यादातर समय तक बेरोजगार रहा। बेरोजगारी की वजह से उसने ठगी करने की योजना बनाई और अपने नाम पर WHO का एक नकली पहचानपत्र बनवाया।
आरोपी ने बताया कि उसने पार्क में बैठे बेरोजगार युवाओं को WHO में नौकरी दिलाने का लालच दिया। उसने उन्हें बताया कि WHO में MTS की कई वैकेंसी हैं और उन्हें अच्छी सैलरी और अन्य भत्ते दिए जाएंगे। पीड़ितों को झांसे में लेकर उसने उनसे पैसे ऐंठ लिए।
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पुलिस ने आरोपी के पास से नकली पहचानपत्र, मोबाइल फोन और नकदी बरामद की
पुलिस ने आरोपी के पास से नकली पहचानपत्र, मोबाइल फोन और नकदी बरामद की है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज कर लिया है।
बेरोजगारों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी के मामले बढ़ रहे हैं
बेरोजगारी के कारण देश भर में ठगी के मामले बढ़ रहे हैं। बेरोजगार लोग नौकरी पाने के लिए आसानी से ठगों के झांसे में आ जाते हैं। ऐसे मामलों में पुलिस को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि अन्य लोगों को ठगी से बचाया जा सके।
नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी से बचने के लिए सुरक्षा टिप्स
- किसी अनजान व्यक्ति पर भरोसा न करें, भले ही वह आपको नौकरी दिलाने का वादा करे।
- नौकरी के लिए आवेदन करने से पहले, उस कंपनी या संगठन की अच्छी तरह से जांच कर लें।
- नौकरी के लिए आवेदन करने के लिए किसी भी तरह का शुल्क न दें।
- नौकरी के लिए आवेदन करने के बाद, आपको किसी भी तरह का पैसा या अन्य संपत्ति देने की आवश्यकता नहीं है।
- नौकरी के लिए आवेदन करने के बाद, आपको किसी भी तरह का दस्तावेज या प्रमाण पत्र देने की आवश्यकता नहीं है।
- यदि कोई व्यक्ति आपको नौकरी दिलाने के लिए नकली पहचान पत्र दिखाता है, तो उसे तुरंत पुलिस को रिपोर्ट करें।
अन्य सुरक्षा टिप्स
- अपने व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी को किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ साझा न करें।
- ऑनलाइन खरीदारी करते समय सावधान रहें और केवल विश्वसनीय वेबसाइटों से खरीदारी करें।
- अपने बैंक खाते और क्रेडिट कार्ड की जानकारी को सुरक्षित रखें।
- किसी भी संदिग्ध ईमेल या लिंक पर क्लिक न करें।
इन सुरक्षा टिप्स का पालन करके आप नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी जैसी घटनाओं से खुद को बचा सकते हैं।
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