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सर्वर में Malware Attack कर NCR के एक दर्जन ATM से निकाले 66.60 लाख रुपये, जानिए कैसे निकाले पैसे

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सर्वर में Malware Attack कर NCR के एक दर्जन ATM से निकाले 66.60 लाख रुपये, जानिए कैसे निकाले पैसे

नोएडा में ATM के सर्वर पर Malware वायरस अटैक कर मशीन को हैक करने के बाद एनसीआर के एक दर्जन से अधिक ATM से 66 लाख 60 हजार रुपये निकालने का मामला सामने आया है। इस मामले में एक साल के बाद Court के आदेश पर कोतवाली सेक्टर-63 में मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मामले की जांच पुलिस की टीम कर रही है।

जानिए क्या है पूरा मामला

टाटा कंपनी पेमेंट सॉल्यूशन कंपनी Delhi NCR के कई बैंकों के एटीएम के लिए Communication और Installation की सुविधा उपलब्ध कराती है। इस कंपनी के अधिकारी विवेक गौड़ ने शिकायत की है कि छिजारसी के Tata Indicash एटीएम में कुछ Cyber Fraud ने नवंबर 2021 में Malware Virus डाल कर एटीएम मशीन को हैक कर लिया था।

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इसके बाद उस एटीएम से 1 लाख 60 हजार रुपये निकाल लिए थे। इसके बाद पता चला कि इसी तरह NCR के अलग अलग शहरों में भी उसी दिन इसी तरह Malware Attack कर कुल 66 लाख 60 हजार रुपये निकाल लिए।  इस मामले में उस वक्त  Noida Police से लेकर अन्य शहरों की पुलिस से शिकायत की थी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी।

इसके बाद पीडि़त पक्ष ने इस मामले में कोर्ट में अर्जी दी थी। अब Court के आदेश पर कोतवाली सेक्टर-63 पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है। वर्ष 2021 में ही नोएडा के बहलोलपुर स्थित एटीएम में Malware डालकर 9 लाख 60 हजार रुपये निकाल लिए थे।

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क्या होता है Malware

Malware एक हानिकारक Computer Software Virus है। इसका इस्तेमाल सामान्य तौर पर Computer पर किसी कंटेंट या अन्य तरह की चीजों की चोरी करने या गोपनीय जानकारी में सेंध लगाने के लिए किया जाता है। धीरे धीरे Cyber Hackers इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल बैंकों के एटीएम पर करने लगे और जब इस Software को एटीएम मशीन में डालते हैं तो पूरे सिस्टम को गड़बड़ कर देता है और पूरे Device पर साइबर हैकर्स को Control मिल जाता है।

साइबर एक्सपर्ट के मुताबिक जब हैकर्स Malware Software को एटीएम मशीन के अंदर Device के जरिए डालते हैं तो एटीएम की Connectivity बैंक सर्वर से टूट जाता है। इसके बाद बैंक को यह पता ही नहीं चलता है कि उस ATM में आखिर हो क्या रहा है। इसी कारण न तो कोई अलार्म बजता है नहीं बैंक के पास  Transaction की सूचना पहुंचती है। इस कारण आसानी से हैकर्स मनमाने तरीके से पैसे निकाल लेते हैं और बैंक को चूना लगा देते हैं।

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