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क्राइम

जामताड़ा के साइबर ठगों का नया पैंतरा, 800 रुपये की दिहाड़ी पर ठगों की ‘नियुक्ति’, पुलिस ने किया गिरफ्तार

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Jamtara’s Cyber Crime Analysis Opens Up Pandora’s Box: Scammers Linked With 1,624 Cases Across India

जामताड़ा साइबर थाने की पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने तीन ठगों को अरेस्ट किया है और उन्होंने इसके बाद जो खुलासे किए हैं इससे पुलिस डिपार्टमेंट चौकन्ना हो गया है। गिरफ्त में आए तीनों ठग साइबर अपराधियों (cyber criminals) के गैंग के सरगना इन्हें रोजाना के लिए 800 से 1000 रुपये भुगतान करते है।

साइबर ठग दिहाड़ी पर करते थे काम

जामताड़ा पुलिस की गिरफ्त में आए ठग साइबर अपराधियों के गैंग दिहाड़ी मजदूर निकले, ये अपराधी रोजाना आठ साै से हजार रुपयों के लिए दिहाड़ी पर साइबर ठगी करते थे। गिरफ्त में आया  सुनील यादव, महेंद्र यादव और विशाल कुमार मंडल जिस साइबर ठग गिरोह के लिए काम करते थे, उसका सरगना कहीं और दूसरे राज्य में  बैठ कर इनसे दिहाड़ी देकर साइबर अपराध करवा रहा था।

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साइबर ठगों की भर्ती

बता दें, जामताड़ा पुलिस की लगातार छापेमारी के कारण से साइबर ठगी की रैंकिंग में जामताड़ा का ग्राफ वर्तमान में राजस्थान के डीग, अलवर व हरियाणा का मेवात व नूंह समेत झारखंड के देवघर और बिहार के नवादा से भी नीचे जा चुका है। लेकिन इसके साथ यह भी सच है कि यहां के मास्टर माइंड देशभर में ठिकाने बनाकर इस ठगी के धंधे में अपनी पकड़ को बनाए हुए है। साथ ही अपने स्तर पर साइबर ठगी में नए युवकों की भर्ती भी कर रहे हैं।

साइबर ठगों को मुहैया करवाते हैं ठगी के संसाधन

इन शातिरों को प्लेसमेंट एजेंसी की तरह ही अपने क्षेत्र के युवाओं को प्रलोभन देकर साइबर ठगी के धंधे में नियुक्ति किया जाता है। इसके बाद अलग-अलग ठिकानों पर बैठे ठगों के आका ठगी के धंधे में आने वाले युवकों को ठगी के संसाधन अपनी तरफ से ही मुहैया करवाते हैं, इसके साथ ही इन्हें रोजाना ठगी के लिए एक निश्चित रकम का भी भुगतान करते हैं।

 ठगों का बंटा हुआ है काम

सूत्रों की मानें तो ठगों के गिरोह के सरगना ने सभी का कामकाज को बांट रखा है। गिरोह में शामिल कुछ लोग आसाम, बंगाल, ओडिशा समेत अन्य जगहों से फर्जी सिम कार्ड लाकर इन गुर्गों को मुहैया करवाते हैं तो कुछ ठगी के पैसों के लिए किराये पर फर्जी आईडी के खाते उपलब्ध करवाते हैं। इतना ही नहीं, गिरोह में शामिल अन्य लोग इन पैसों को ऑनलाइन, एटीएम से निकालकर खपाने का प्रबंध करते हैं। फिर बाद में आपस में इन पैसों का बंटवारा करते है।

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 पुलिस की सख्ती से घटा अपराध का ग्राफ

जामताड़ा पुलिस की लगातार कार्रवाई से यहां का साइबर अपराध का ग्राफ नीचे आ गया है। जामताड़ा पुलिस ने बताया कि यह कार्रवाई लगातार जारी रहेगी और ऐसे ठगों को पनाह देने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करेगी।

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