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Cyber Criminals की कमर तोड़ने के लिए झारखड़ में उठाया गया बड़ा कदम, 40 साइबर अपराधियों की जब्त होगी संपत्ति

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Cyber Criminals की कमर तोड़ने के लिए झारखड़ में उठाया गया बड़ा कदम, 40 साइबर अपराधियों की जब्त होगी संपत्ति

दिनों दिन बढ़ते साइबर अपराधियों की तादाद और मामलों को रोकने के लिए झारखंड में बड़ा कदम उठाया गया है। यहां सरकार ने 40 साइबर अपराधियों को चिन्हित कर संपत्ति जब्त करने का फैसला लिया गया है।

इस सूची में वह लोग शामिल हैं जो पिछले काफी समय से साइबर अपराध में सक्रिय थे। राज्य पुलिस अधिकारियों ने कुख्यात साइबर अपराधियों की संपत्ति का ब्यौरा तैयार कर ईडी से पत्राचार किया है। जिसे जल्द से जल्द आरोपियों के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लाउंड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई की जा सके।

दरअसल, झारखंड में जामताड़ा से लेकर कई ऐसे जिले हैं। जहां एक या दो नहीं गांव के तमाम युवा साइबर क्राइम के धंधे में संलिप्त है। घर-घर में फर्जी कॉल सेंटर ऑपरेट किया जा रहा है। इसको लेकर झारखंड के अलावा दूसरे राज्यों की पुलिस भी आरोपियों को जेल भेज चुकी है, लेकिन आरोपी जेल से रिहा होते ही फिर से नये तरीका इजाद कर साइबर फ्रॉड शुरू कर देते है।

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यहां साइबर ठगों ने अपना आलिशान घर से लेकर लग्जरी गाड़ी सुख सुविधा बना ली है। साइबर फ्रॉड में एक तरह से प्रोफेशनल बन चुके। इन अपराधियों की कमर तोड़ने के लिए राज्य पुलिस ने संपत्ति जब्त करने का फैसला किया है।

राज्य पुलिस पर नहीं अधिकार तो ED की लेंगे मदद

जानकारों की मानें तो राज्य पुलिस के पास संपत्ति जब्त करने का अधिकार नहीं होता है। इसी को देखे हुए राज्य पुलिस ने बड़े साइबर अपराधियों और उनकी अरबों की संपत्ति का ब्यौरा तैयार कर ईडी से पत्राचार किया हे। ईडी पीएलएमए के तहत अपराध से कमाई गई। संपत्ति को जब्त कर सकती है। यही वजह है कि अब झारखंड के सीआईडी विभाग ने ठगी की कमाई से अपना करोड़ों का समराज्य तैयार करने वाले अपराधियों की संपत्ति का ब्यौरा लेकर ईडी को सौंप दिया है।

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दूसरी बार जब्त की जाएगी संपत्ति 

झारखंड में यह पहली बार नहीं है कि साइबर अपराधियों की संपत्ति जब्त की जा रही हो। इससे पहले भी सीआईडी ने ईडी की मदद से साइबर अपराधियों पर मनी लाउंड्रिंग का केस दर्ज कर संपत्ति जब्त की कार्रवाई की थी। उस समय मुख्य रूप से साइबर अपराध के बड़े कुख्यात अपराधी प्रदीप कुमार मंडल, संतोष मंडल, गणेश मंडल, अंकुश कुमार और पिंटू मंडल पर कार्रवाई कर करोड़ों की संपत्ति और गाड़ियां जब्त की गई थी।

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झारखंड के इन इलाकों में फैला है साइबर अपराधियों का जाल

देश में शायद ही कोई होगा जो झारखंड के जामताड़ा का नाम नहीं जाता हो। इसकी वजह जामताड़ा साइबर अपराधियों का गढ़ होना है। इसके अलावा भी यहां पर धनबाद, देवघर, गिरिडील जिलों में कई ऐसे गांव है। जहां साइबर अपराधियों का जला बिछा हुआ है। 40 साइबर अपराधियों पर संपत्ति जब्त की कार्रवाई के साथ ही गृहमंत्रालय के अधिकारियों ने जामताड़ा, देवघर जैसे साइबर अपराध से प्रभावित इलाकों का दौरान किया है। इसको लेकर अधिकारियों द्वारा एक बड़ी कार्ययोजना बनाने का भी काम चल रहा है।

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