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क्राइम

गेम खेलते वक्त लिंक पर किया क्लिक, 2 लाख रुपये गंवाने के बाद लड़के ने दे दी जान

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12 साल के बच्चे ने ऑनलाइन गेम में खरीद लिए 3.2 लाख के हथियार, मां के उड़े होश

भारत में ऑनलाइन फ्रॉड के कारण लोगों की जान भी जा रही है। साइबर अपराधी कभी नौकरी का लालच देकर तो कभी क्रिप्टो निवेश का लालच देकर लोगों को ठगते हैं। इसमें कई लोग लाखों रुपये गंवा देते हैं। ऐसा ही एक मामला मुंबई से सामने आया है। नालासोपारा के एक 18 वर्षीय युवक ने ऑनलाइन धोखाधड़ी के कारण आत्महत्या कर ली।

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रिपोर्ट्स के अनुसार घटना पिछले बुधवार की है। 11वीं क्लास के छात्र को अपनी मां के मोबाइल फोन पर ऑनलाइन गेम खेलने के दौरान एक संदिग्ध लिंक वाला मैसेज मिला। इस लिंक पर क्लिक करने के कुछ ही मिनट बाद एक और मैसेज आया, जिसमें 2 लाख रुपये डेबिट होने की जानकारी दी गई। इसके बाद उसे एहसास हुआ कि उनके साथ धोखा हुआ है।

पुलिस के मुताबिक इस घटना के बाद युवक ने डर के मारे आत्महत्या कर ली। पुलिस को संदेह है कि उसने यह कदम इस डर से उठाया कि उसके माता-पिता उससे नाराज हो जाएंगे। पुलिस ने मोबाइल फोन जब्त कर लिया है और आगे की जांच चल रही है। पुलिस ने बताया कि इस युवक के घर से कोई ‘सुसाइड नोट’ नहीं मिला है।

पुलिस के मुताबिक, जब युवक को पता चला कि उसके साथ साइबर ठगी हुई है तो उसने डर के मारे कीटनाशक दवा खा ली। इसके बाद उसके परिजन उसे अस्पताल ले गए। शुरुआत में मौत का कारण शराब का ओवरडोज माना जा रहा था। लेकिन बाद में साफ हो गया कि उसने कीटनाशक दवा खा ली थी।

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ऑनलाइन फ्रॉड से कैसे बचें

  • यूजर नेम, पासवर्ड कभी भी किसी के साथ शेयप न करें। पासवर्ड, पिन या अकाउंट नंबर कभी भी किसी को नहीं बताई जानी चाहिए और इन्हें ईमेल, फोन कॉल या टेक्स्ट मैसेज के माध्यम से भी नहीं भेजा जाना चाहिए।
  • अजनबियों द्वारा आपको भेजे गए लिंक या अटैचमेंट पर कभी भी क्लिक न करें। इन तरकीबों का उपयोग आपकी जानकारी चुराने के लिए आपके फोन पर मैलवेयर डाउनलोड करने के लिए किया जाता है।
  • पब्लिक वाई-फाई नेटवर्क पर कोई भी ऑनलाइन बैंकिंग या वित्तीय लेनदेन न करें क्योंकि साइबर अपराधी वहां मौजूद वहां से जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। वहां हैकर्स के लिए आपका डेटा इंटरसेप्ट करना बहुत आसान है।
  • धोखाधड़ी का सिकार होने पर साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें।

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