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क्राइम

बिल्डर की आवाज में अकाउंटेंट को भेजा वॉइस मैसेज और लग गया 60 लाख का चूना,फिर जानिए क्या हुआ

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AI Voice Fraud Hits Lucknow: Rs 45,500 Swindled in First-of-its-Kind Cybercrime

साइबर क्रिमिनल्स ने मुंबई के रहने वाले एक बिल्डर (Builder) की आवाज में उनके अकाउंटेंट को व्हाट्सएप पर एक वॉइस मैसेज (Voice Message) भेजा और 60 लाख रुपए का चूना लगा दिया। बिल्डर की आवाज सुनकर अकाउंटेंट (Accountant )बगैर देरी किए 60 लाख रुपए बताए गए अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया और जब बिल्डर से आमने-सामने की बात हुई तब साइबर फ्रॉड (Cyber Fraud) के बारे में पता चला। तो हम बताते हैं आखिर ऐसे कैसे हो गया।

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मुंबई के बिल्डर से ऐसे ठगे 60 लाख
नवी मुंबई के रहने वाले एक बिल्डर ने पुलिस से शिकायत की है कि 6 मार्च को उनके दफ्तर में साइबर क्रिमिनल्स (Cyber Criminals) ने फोन करके उनके अकाउंटेंट का नंबर प्राप्त कर लिया। इसके बाद अकाउंटेंट के पास व्हाट्सएप (WhatsApp )पर एक वॉइस मैसेज भेजा गया। इस मैसेज में आवाज बिल्कुल बिल्डर के जैसा था। वॉइस मैसेज में बिल्डर अपने अकाउंटेंट से कह रहा है कि वह जल्दी 60 लख रुपए इस अकाउंट में ट्रांसफर कर दे। हालांकि इतनी बड़ी रकम होने पर अकाउंटेंट थोड़ा संकोच किया लेकिन अपने फर्म के मालिक की आवाज सुनकर तुरंत ही उसने दिए गए अकाउंट नंबर पर 60 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। अगले दिन जब बिल्डर की अकाउंटेंट से मुलाकात हुई तब रकम भेजने की बात बताई गई तब जाकर साइबर ठगी का पता चला। साइबर एक्सपर्ट(Cyber Expert) और पूर्व आईपीएस प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह का कहना है कि यह वॉइस क्लोनिंग का मामला है और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) के माध्यम से वॉइस क्लोनिंग कर ठगी की वारदात को अंजाम दिया गया है।

काफी खतरनाक है वॉइस क्लोनिंग
तकनीक के नए युग में साइबर क्रिमिनल्स अलग-अलग तरीके से लोगों के साथ फ्रॉड (Fraud ) कर रहे हैं लेकिन इसमें वॉइस क्लोनिंग (Voice Cloning) सबसे खतरनाक है। ठगी के परंपरागत तरीकों को छोड़कर ऑनलाइन लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं. इनमें सबसे खतरनाक वॉयस क्लोनिंग माना जा रहा है, जिससे ज्यादातर लोग अनजान हैं. वॉयस क्लोनिंग के जरिए ठगी के मामलों में ठग किसी नजदीकी रिश्तेदार या जानकार की आवाज कॉल करके मदद की मांग करते हैं. कॉल करके मुसीबत में फंसे होने की बात कहकर पैसों की डिमांड करते हैं. ज्यादातर लोग डरकर उनकी जाल में फंस जाते हैं. इस तरह लाखों रुपए गंवा बैठते हैं.

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ऐसे बचें इस तरह के साइबर फ्रॉड से

  •  फोन पर अगर कोई रिश्तेदार या दोस्त की आवाज में बात करें और मदद के नाम पर पैसों की डिमांड करे तो सावधान हो जाएं।
  • अगर आपको लगता है कि फोन करने वाला सच में आपका रिश्तेदार या दोस्त है तो उसको अलग-अलग माध्यम से संपर्क कर पहले कंफर्म हो ले फिर उनकी मदद करें।
  •  किसी भी अनजान नंबर से फोन आए तो अलर्ट हो जाए। खासकर अगर वीडियो कॉल या वॉइस मैसेज आए तो अतिरिक्त सावधानी बरतनी की जरूरत है।
  • किसी तरह के साइबर फ्रॉड होने पर 1930 पर कॉल करें।

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