क्राइम
फेसबुक पर महिला से दोस्ती पड़ी भारी, गुजरात के बिजनेस मैन को लगा 95 लाख का चूना
किसी से ऑनलाइन मिलना और दोस्ती करना हमेशा जोखिम भरा होता है। आपको नहीं जानते कि स्क्रीन के दूसरी ओर कौन है? ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां लोग ऐसा करने पर धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं। आमतौर पर पीड़ित किसी अजनबी पर भरोसा करना शुरू कर देता है। उनकी बातों में अपनी मेहनत की कमाई खो देता है। ऐसा ही कुछ हुआ गुजरात के रहने वाले एक बिजनेसमैन के साथ, जिसे फेसबुक पर एक महिला से दोस्ती के बाद 95 लाख रुपये का नुकसान हुआ।
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ठगी के बाद पराग देसाई ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने पुलिस को बताया कि उन्हें पिछले साल फेसबुक पर एक महिला से “फ्रेंड रिक्वेस्ट” मिली। उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया। जल्द ही वे व्हाट्सएप पर बातचीत शुरू हो गई। देसाई की ऑनलाइन दोस्त स्टेफ मिज़ नाम की एक महिला ने उनके सामने एक बिजनेस आइडिया पेश किया।
उसने कथित तौर पर उनसे कहा कि उसकी कंपनी को भारत से हर्बल उत्पादों की जरूरत है। देसाई को उन पैकेटों को खरीदना चाहिए, जिनकी कीमत प्रत्येक ₹1 लाख है। उन्हें मिज की कंपनी को ₹2 लाख में बेच देना चाहिए। देसाई के सहमत होने पर उन्होंने प्रोडक्ट को खरीदने के लिए डॉ वीरेंद्र नामक एक व्यक्ति से संपर्क करने के लिए कहा।
देसाई ने ईमेल के जरिए डॉ. वीरेंद्र से संपर्क किया
देसाई ने ईमेल के जरिए डॉ. वीरेंद्र से संपर्क किया। उनके ऑनलाइन बातचीत के बाद उन्हें एक सैंपल पैकेट मिला और उन्होंने ₹1 लाख का भुगतान किया। पैकेज समय पर आ गया, लेकिन देसाई ने उसे नहीं खोला। इसके बजाय उन्होंने और ऑर्डर दिए। इसके बाद देसाई ने डॉ. वीरेंद्र को अलग-अलग अकाउंट्स पर रकम भेजना जारी रखा। वीरेंद्र के बार-बार पैसों की डिमांड से साइबर धोखाधड़ी का शक हुआ।
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पैकेट में पाउडर और तले हुए निकले
वादे के मुताबिक रकम नहीं मिलने पर देसाई ने डॉ. वीरेंद्र से सौदा रद्द करने और अपने पैसे वापस करने को कहा। हालांकि, डॉ वीरेंद्र और महिला तब से पकड़ से बाहर हैं। अंत में जब उसने पैकेट खोले तो वह हैरान रह गए। उनके अंदर कोई हर्बल प्रोडक्ट नहीं था। उनमें पाउडर और तले हुए चिप्स भरे हुए थे।
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