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क्राइम

क्या बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख़ खान हो गए ‘Deepfake’ का शिकार?

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By : Mohd Salman Khan

क्या दुनिया में हुबहू दिखने वाले एक जैसे दो शख्स हो सकते हैं? क्या ये संभव है? इस सवाल का जवाब ना तो विज्ञान के पास है और ना ही किसी विद्वान के पास। लेकिन हाल ही में जाने माने बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख़ खान के जैसे हुबहू दिखने वाले एक कश्मीरी लड़के की फोटो वायरल हो रही है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस फोटो ने पूरी दुनिया को सोच में डाल दिया है। वायरल हो रही इस तस्वीर की सत्यता की जांच भी की गई है। देश की जानी मानी fact check वेबसाइट ‘Alt News’ ने इसकी जांच की तो पाया कि यह फोटो पूरी तरह से नकली (Fake) है और चर्चित मोबाइल एप्लीकेशन ‘FaceApp’ द्वारा बनायी गयी है।

मोबाइल ऐप हमारी प्राइवेसी के लिए भी हैं खतरा

जम्मू कश्मीर यूथ कांग्रेस नेता आबिद मीर मगामी का ट्वीट

FaceApp और इन जैसे ना जाने ही कितने मोबाइल ऐप हैं जो हमारी प्राइवेसी के लिए भी खतरा हैं। हाल के मामले में जम्मू कश्मीर यूथ कांग्रेस के युवा नेता आबिद मीर मगामी द्वारा शेयर की गयी इस तस्वीर में दावा है कि वायरल हो रही ये फोटो कश्मीर के एक बच्चे की है। जो हुबहू शाहरुख़ खान जैसा दिखता है। हालांकि ‘AltNews’ ने अपनी विस्तृत जांच में इस दावे को तथ्यों के साथ पूरी तरह से ख़ारिज किया और पाया की यह तस्वीर ‘FaceApp’ के ‘age filter’ द्वारा edit की गयी है। जिसमें तस्वीर की brightness, saturation और contrast से छेड़छाड़ करके इसे नए रूप में पेश किया गया है। ‘AltNews’ पर प्रकाशित खबर में दावा किया गया है कि इस तरह की एडिटिंग से ना सिर्फ तस्वीर के ‘subject’ की उम्र बल्कि उसके जेंडर को भी बदला जा सकता है।

DeepFake जैसा ही है Facial Morphing

इस नयी तकनीक को ‘facial morphing’ कहते हैं जो ‘deepfake’ जैसी ही श्रेणी में आती है। हालांकि, FaceApp का दावा है कि यूजर द्वारा उसके अकाउंट में अपलोड की गई इन तस्वीरों में से सिर्फ उसी तस्वीर को एप्लीकेशन के सर्वर के साथ साझा किया जाता है जिसमें filter लगा होता है। साथ ही कंपनी का ये भी कहना है कि अपलोड की गई इन तस्वीरों को मात्र 48 घंटों के लिए रूस के एक सर्वर पर रखा जाता है जिसके बाद वह खुद ही डिलीट हो जाती है। हालांकि, दावे जो भी हों लेकिन FaceApp जैसी मोबाइल एप्लीकेशन पर अपनी निजी तस्वीरें अपलोड करना Snapchat और Instagram के मुकाबले ज्यादा खतरनाक है क्योंकि यह एप्लीकेशन आपकी तस्वीरों को अपने ऐप पर एडिट करने की जगह दूसरे देश स्थित एक सर्वर पर भेजती है जिसके इस्तेमाल सम्बन्धी सभी permissions हम अकाउंट बनाते समय पहले ही दे देते हैं। आपको बता दें कि यूजर द्वारा अकाउंट बनाते समय कंपनी अपनी शर्तों में तस्वीर सम्बन्धी ‘perpetual, irrevocable, nonexclusive, royalty-free, worldwide, fully-paid, transferable sub-licensable license’ अधिकारों की बात करती है जिससे यूजर की प्राइवेसी सवालों के घेरे में आ जाती है।

Artificial Intelligence की वजह से नहीं होता है असली-नकली में अंतर

इन एप्लीकेशन पर एक तरह से हो रही ‘facial morphing’ को अगर ‘deepfake’ के साथ जोड़ कर देखा जाये तो साझा की गयी यह तस्वीरें celebrity अश्लील विडियो, pornographic विडियो, fake news, revenge porn एवं financial fraud जैसे जघन्य अपराधों के लिए भी इस्तेमाल की जा सकती हैं I ऐसे content को बनाने मैं ‘Machine Learning’ एवं ‘Artificial Intelligence’ का सहारा लिया जाता है जिससे असली और नकली में फर्क करना मुश्किल हो जाता है। बेहतर यह है की आप ऐसे किसी भी application या website पर अपनी निजी जानकारी या तस्वीरें साझा न करें जिसकी authenticity पर आपको या किसी सरकारी एजेंसी को संदेह हो, क्योंकि इन एप्लीकेशन्स पर आपकी छोटी सी लापरवाही आपको किसी बड़ी समस्या में डाल सकती है I