Connect with us

क्राइम

Google अरबों यूजर्स के डेटा को डिलीट करने को तैयार, Incognito Mode ट्रैक करने पर हुआ था मुकदमा

Published

on

Google Dashboard से किसी आपराधिक घटना की विवेचना (Investigation) कैसे करे ? जानिए क्या कुछ साक्ष्य (Evidences) मिल सकता है

Google को एक मुकदमे से निपटने के यूजर्स की प्राइवेट ब्राउजिंग गतिविधियों से संबंधित अरबों डेटा रिकॉर्ड को डिलीट करना होगा। Google को क्रोम ब्राउजर पर इनकगनिटो मोड (Incognito Mode) पर थर्ड पार्टी कुकी ट्रैकिंग को ब्लॉक करने जैसे व्यापक बदलाव करने की आवश्यकता है। यहां मुकदमे के बारे में वह सब कुछ उपलब्ध है, जो आपको जानना आवश्यक है।

ALSO READ: एक ‘OK’ आपका अकाउंट कर सकता है खाली, ऐप डाउनलोड करने से पहले ध्यान रखें ये बातें

Google पर मुकदमा क्यों किया गया?

जून 2020 में, Google पर लाखों यूजर्स की प्राइवेसी पर अवैध रूप से हमला करने का आरोप लगाकर मुकदमा किया गया। शिकायत में कहा गया कि इनकगनिटो मोड में भी Google लोगों के इंटरनेट उपयोग और ब्राउजिग हैबिट पर व्यापक रूप से नजर रख रहा था।

मुकदमे में आरोप लगाया गया कि Google गुप्त रूप से डेटा एकत्र कर रहा था कि यूजर्स किन साइट्स पर गए। उन्होंने कहां ब्राउज किया और उनके दोस्त, शौक, खरीदारी की आदतों और सर्च जैसी अत्यधिक व्यक्तिगत जानकारी प्राप्क की, जबकि यूजर्स को लगा कि वे गोपनीय तरीके से ब्राउज कर रहे हैं।

मुकदमे में कहा गया कि Google अमेरिकी लोगों से गुप्त और अनधिकृत डेटा इकट्ठा करना जारी नहीं रख सकता। उससे वायरटैपिंग और कैलिफोर्निया प्रइवेसी लॉ के उल्लंघन के लिए कम से कम 5 बिलियन डॉलर (45 करोड़ रूपये) के हर्जाना की मांग की गई।
Google का पक्ष

पूरी कानूनी लड़ाई के दौरान, Google ने कहा कि उसने कभी भी इनकगनिटो मोड में व्यक्तिगत यूजर का कोई डेटा नहीं लिया या व्यक्तिगत विज्ञापनों के लिए इसका उपयोग नहीं किया। Google के प्रवक्ता ने सीएनएन को बताया कि मुकदमा का कोई मेरिट नहीं है और कंपनी को पुराने डेटा को हटाने में कोई दिक्कत नहीं है, जो कभी भी किसी व्यक्ति से जुड़ा नहीं था और किसी भी प्रकार से उसका गलत इस्तेमाल नहीं हुआ। कंपनी ने यह भी बताया कि जबकि मुकदमा करने वाले मूल रूप से 5 बिलियन डॉलर का हर्जाना चाहते थे, समझौते के तहत उन्हें भुगतान में कुछ नहीं प्राप्त होगा।

ALSO READ: How to Report Cyber Crime in India : ऐसे करें साइबर क्राइम की Online FIR

Google करेगा ये बदलाव

इस साल की शुरुआत में, Google ने पर्सनल ब्राउजिंग सेशन के दौरान एकत्र किए गए डेटा को लेकर क्रोम पर एक नया प्राइवेट टैब खोलने पर दिखने वाले सर्च को चुपचाप अपडेट कर दिया। Chrome अब कहता है कि यूजर्स “प्राइवेट ब्राउज़िंग” की अनुमति देने का दावा करने के बजाय “अधिक निजी रूप से ब्राउज कर सकते हैं।

Google को मुकदमे के अंतर्गत आने वाले यीजर्स की प्राइवेट ब्राउजिंग गतिविधियों वाले अरबों डेटा रिकॉर्ड को हटाना होगा। इसके अलावा, कंपनी को इनकगनिटो मोड में डिफॉल्ट रूप से थर्ड पार्टी ट्रैकिंग कुकीज को ब्लॉक करना होगा, जिससे विज्ञापनदाता को निजी ब्राउजिंग सेशन की निगरानी करने से रोका जा सके।

Follow The420.in on

 Telegram | Facebook | Twitter | LinkedIn | Instagram | YouTube

Continue Reading