क्राइम
बुजुर्ग मकान मालिकों से हो रही ठगी, 99Acres.com, OLX और मैजिक ब्रिक्स जैसे रियल एस्टेट प्लेटफॉर्म का हो रहा इस्तेमाल
दिल्ली एनसीआर में साइबर ठगी का चौंका देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक गिरोह बुजुर्ग मकान मालिकों को रियल एस्टेट प्लेटफॉर्म 99Acres.com, OLX और मैजिक ब्रिक्स के माध्यम से नंबर हासिल करके ठगने का प्रयास कर रहा है। गैंग के स्दस्य खुद को भारतीय सेना से जुड़ा बताते हैं। डेटा प्राइवेसी के लिए संसाधन उपलब्ध होनो के बावजूद, निजी जानकारी का दुरुपयोग किया जा रहा है, जिससे बड़े पैमाने पर स्कैम हो रहा है।
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इसमें शामिल अपराधियों की पहचान कई फोन नंबरों के लगातार उपयोग के माध्यम से हुई है। इनमें ‘बिजय कुमार’, ‘रणदीप सिंह’ और ‘दीपक पवार’ के नाम शामिल हैं। ये व्यक्ति जमींदारों से संपर्क करते हैं, विशेष रूप से बुजुर्गों को निशाना बनाते हैं। इन्हें निशाना बनाना आसान है। गिरोह पहले लोगों का भरोसा हासिल करने की कोशिश करता है। शुरुआत में वे लोगों को 100-500 रुपये भेजते हैं। इससे वे ये चेक करते हैं कि लैंडलॉर्ड के अकाउंट में पैसा जा रहा है कि नहीं।
इन लेनदेन के बाद और भरोसा हासिल करने के बाद अपराधी मकान मालिकों को एक यूपीआई क्यूआर कोड भेजते हैं। उन्हें निर्देश दिया जाता है कि कोड को स्कैन करने और अपना यूपीआई पिन डालने से किराये का पूरा भुगतान हो जाएगा। हालांकि, एक बार पिन डालने के बाद पीड़ित के बैंक खाते तक पहुंच प्राप्त जाती है और धनराशि तुरंत निकाल ली जाती है। इसके बाद वे बातचीत बंद कर देते हैं। ठगे गए मकान मालिक परेशान होते हैं।
99Acres.com और OLX जैसे प्लेटफार्म पर बुजुर्ग मकान मालिक स्कैम से बचने के लिए ये कदम उठा सकते हैं:
- हमेशा विभिन्न माध्यमों से संभावित किरायेदारों की पहचान की पुष्टि करें। सरकार द्वारा जारी आईडी का अनुरोध करें और यदि संभव हो तो उन्हें उचित अधिकारियों से वैरिफाई कराएं।
- उन किरायेदारों से सावधान रहें जो सहमत राशि से अधिक भुगतान करते हैं, खासकर यदि वे अतिरिक्त राशि की वापसी का अनुरोध करते हैं।
- कभी भी अपने बैंक खाता नंबर, पिन या कोई अन्य संवेदनशील वित्तीय जानकारी फोन, ईमेल या मैसेजिंग ऐप पर शेयर न करें।
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