क्राइम
Online धोखाधङी और साइबर क्राइम से बचने के लिए जानिए UP Police की यह सलाह
आज की दुनिया में प्रत्येक व्यक्ति कई समाचार, सूचना आदि साझा करने के लिए इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग सक्रिय रूप से करता है। कई इंस्टेंट मैसेंजर एप्स में से व्हाट्सएप एक बहुत ही लोकप्रिय प्लेटफॉर्म है। व्हाट्सएप पर आप किसी भी प्रकार का लिंक, कोई फाइल, वॉइस नोट कुछ भी शेयर कर सकते हैं। साइबर अपराधी अब व्हाट्सएप की लिंक भेजने की क्षमता का फायदा उठाकर पीड़ितों को अपने डिवाइस में मैलवेयर डाउनलोड करने लिए या धोखाधड़ी करने के लिए उनकी व्यक्तिगत और संवेदनशील जानकारी चुराने के लिये किया जा रहा है।
बढ़ते हुए अपराध को नज़र में रखते हुए UP Police ने साइबर क्राइम और ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने के लिए यह advisory जारी किया है। व्हाट्सएप (WhatsApp) की लोकप्रियता का फायदा साइबर ठगों द्वारा किया जाता है। साइबर अपराधियों द्वारा वर्तमान मे प्रयोग किये जा रहे ठगी के कुछ तरीके यहाँ बताये जा रहे हैं –
फेक गिफ्ट लिंक –
- आपको व्हाट्सएप के माध्यम से किसी प्रसिद्ध वेबसाइट (जैसे – फ्लिपकार्ट, अमेजन आदि) के द्वारा खास उपलक्ष्य पर अपने ग्राहकों/आम जनमानस को उपहार दिये जाने का लिंक प्राप्त होता है।
- आप उस लिंक को क्लिक करते हैं जो आपके ब्राउजर पर खुलता है, ब्राउजर पर एक वेलकम संदेश मिलता है जिसमे बताया जाता है कि आप (अमेजन या अन्य) के खास उपभोक्ता या उपयोगकर्ता हैं, आज इस खास मौके पर आप आईफोन (या अन्य कोई महंगा गिफ्ट) जीत सकते हैं, आपके पास तीन चांस हैं।
- उसके बाद “नेक्सट” पर क्लिक करने पर आपको आपकी स्क्रीन पर कई बॉक्स दिखते हैं। इनमे टैप/क्लिक करने पर आपको गिफ्ट मिलेगा या नही इसका पता लगता है। इनकी ऐसी प्रोग्रामिंग की जाती है कि आपको दो बार टैप/क्लिक करने पर कुछ नही मिलेगा, लेकिन तीसरी बार क्लिक करने पर आपको आईफोन जीतने की बधाई मिलती है, साथ ही यह गिफ्ट क्लेम आप तभी कर पायेंगे जब आप इस लिंक को अपने जानने वालों को व्हाट्सएप या अन्य किसी माध्यम से शेयर करते हैं।
- इस तरह के लिंक के माध्यम से सिर्फ आपका अत्यन्त संवेदनशील डेटा चोरी किया जाता है, जिसे स्कैमर्स इकट्ठा कर डार्क वेब पर बेंचते हैं, जो आपके विरुद्ध ठगी करने मे भविष्य मे प्रयोग किया जा सकता है।
- इस तरह के लिंक लोग बिना सही जानकारी किये आगे फारवर्ड करते जाते हैं, जिससे और लोग भी इस जाल मे फंसते रहते हैं।
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फेक लॉटरी फ्रॉड
साइबर ठगों द्वारा व्हाट्सएप के माध्यम से एक संदेश प्रसारित किया जाता है कि आपकी 25 लाख की लॉटरी लगी है, आपको इस लॉटरी का पैसा लेने के लिये कुछ प्रतिशत टैक्स देना होगा । अब रकम इतनी बड़ी होती है कि कई लोग इनके जाल मे फंस जाते हैं और ठगी का शिकार हो जाते हैं। इस तरह के फ्रॉड मे अधिकतर +92 से शुरू होने वाले नम्बर होते हैं। इसके साथ ही +1, +44 आदि से शुरू होने वाले नम्बर से भी ठगी की जाती है।
ऐसे साइबर अपराध से कैसे बचें –
- सर्वप्रथम व्हाट्सएप ही नही किसी भी माध्यम से प्राप्त अंजान लिंक पर क्लिक नही करें।
- यदि आपने किसी प्रसिद्ध कम्पनी का गिफ्ट लिंक ओपन कर लिया है तो यह अवश्य जांचे कि वह लिंक आपको उस कम्पनी की अधिकृत वेबसाइट पर ले गया है या फिर किसी मिलते जुलते नाम की वेबसाइट ओपन हुई है।
- यदि आपको यह दिखता है कि यह लिंक अधिकृत वेबसाइट का नही है तो उस लिंक को अपने किसी भी ग्रुप या कॉन्टैक्ट को कदापि फारवर्ड न करें।
- +91 के अलावा अन्य नम्बर से शुरू होने वाले (जैसे +92, +1, +44 आदि) अंजान नम्बर से प्राप्त हुये किसी भी लॉटरी वाले संदेश मे दिये गये नम्बर पर कॉल नही करना है, या उनके द्वारा बतायी गयी प्रक्रिया का अनुसरण नही करना है, अन्यथा आप अपना व्हाट्सएप खो सकते हैं साथ ही ठगी का शिकार हो सकते हैं।
- किसी भी प्रसिद्ध कम्पनी के गिफ्ट देने वाले लिंक की सत्यता उस कम्पनी की अधिकृत वेबसाइट के माध्यम से किया जाना चाहिये। उस कम्पनी की अधिकृत वेबसाइट पर ऐसा कोई एनाउंसमेंट है या नही इसकी जानकारी अवश्य करनी चाहिये।
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