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बढ़ते साइबर क्राइम को रोकने के लिए केंद्र सरकार सतर्क, अश्विनी वैष्णव बोले- NCCRP पर शिकायत कराएं दर्ज

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बढ़ते साइबर क्राइम को रोकने के लिए केंद्र सरकार सतर्क, अश्विनी वैष्णव बोले- NCCRP पर शिकायत कराएं दर्ज

डिजिटलाइजेशन (Digitalization) के इस दौर में साइबर क्राइम (Cyber Crime) के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में केंद्र सरकार इसे लेकर सतर्क है और उसने लोगों को उसे बचाने के लिए कई कदम उठा रही है। इसी के तहत नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (NCCRP) की शुरुआत की गई है। केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोगों को इस पोर्टल पर साइबर क्राइम की शिकायत करने को कहा है।

वैष्णव ने बुधवार को अपने कू अकाउंट पर एक फोटो के साथ इससे जुड़ी एक जानकारी शेयर की। उन्होंन लोगों से अपील करते हुए कहा, ” सभी तरह के साइबर अपराधों की घटनाओं खासकर महिलाओं और बच्चों के साथ हुए साइबर क्राइम को लेकर www.cybercrime.gov.in पर शिकायत करें।” गृह मंत्रालय ने साइबर क्राइन को लेकर इंडियन साइबर क्राइम कॉर्डिनेशन सेंटर या 14सी की स्थापना भी की है।

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100 करोड़ मैसेज भेजे गए
गृह मंत्रालय की ओर से पिछले दिनों इस बारे में जानकारी देकर कहा कि 14सी के तहत अबतक 100 करोड़ एसएमएस लोगों को भेजे जा चुके हैं। लोगों को साइबर क्राइम के प्रति जागरूक करने के लिए यह कदम उठाया गया। इसके अनुसार यह केंद्र राजधानी दिल्ली में स्थापित किया गया है। यह साइबर क्राइम के खिलाफ काम करने के लिए किया गया है। मंत्रालय ने यह भी जानकारी दी थी कि उसकी ओर से लोगों की सहूलियत के लिए साइबर दोस्त (Cyberdost) नाम का ट्विटर हैंडल शुरू किया गया है। इसके माध्यम से लोगों के 679 से अधिक टिप भी दी गई हैं। इसके 2.5 लाख से अधिक फॉलोवर्स हैं।

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नए गतिशील कानूनी ढांचे का किया था आह्वान

कहा गया है कि 14सी का मकसद कानून प्रवर्तन एजेंसियों की क्षमता को मजबूत को करना और विभिन्न एजेंसियों के बीच समंवय में सुधार करना है। योजना का मकसद साइबर अपराध की रोकथाम, पता लगाने, जांच और अभियोजन के लिए एक प्रभावी ढांचा और पारिस्थितिती तंत्र बनाना है। वहीं पिछले दिनों केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नए गतिशील कानूनी ढांचे का आह्वान किया था, जो निजता और अभिव्यक्ति की आजादी के साथ संतुलित होने के साथ-साथ साइबर जगत के अनैतिक तत्वों से निपटने के लिए विनियमन की मांद को भी पूरी करें।

आपसी सहयोग से निपटा जा सकता है
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पिथले सालों मे टेक्नोलॉजी ने बहुत उत्पादकता, कपशलता और सहूलियत दी है, लेकिन इसके साथ ही इसने लोगों की जिंदगी में अतिक्रमण भी किया है, जो अधिकतर समय हानिकारक और फर्जीवाड़ा करने के लक्ष्य लिए होती है। उन्होंने कहा था कि इस समस्या से कानूनी रणनीति, प्रौद्योगिकी , संगठन, क्षमता निर्माण और आपसी सहयोग से निपटा जा सकता है। साइबर अपराध का मुकाबला करने के लिए कानूनी रणनीति के बारे में वैष्णव ने कहा था कि देश को बड़े पैमाने पर कानूनी ढांचे में बदलाव करने की जरूरत। उन्होंने कहा था कि वो नहीं जानते कि कोई क्रमित बदलाव मददगार होगा। बदलाव पर्याप्त, महत्वपूर्ण, मौलिक, आर ढांचागत करना होगा।

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