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Cyber Crime

भारत के सबसे ‘ताकतवर’ साइबर क्रिमिनल को जानें, जिन पर संसद में उठे सवाल फिर भी विदेश मंत्रालय कुछ बिगाड़ नहीं पाया, अब भी खुलेआम कर रहे हैं ठगी

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हम बचपन से सुनते आ रहे हैं कि कानून के हाथ लंबे होते हैं। लेकिन अब ये हाथ शायद कमजोर साबित हो रहे हैं। खासतौर पर साइबर क्रिमिनल को पकड़ने के मामलों में। आप ये जानकर चौंक जाएंगे कि साइबर क्रिमिनलों पर लगाम कसने में सिर्फ किसी राज्य या जिले की पुलिस ही कमजोर नहीं है.. बल्कि भारत सरकार का विदेश मंत्रालय (Ministry Of External Affairs) भी इन साइबर क्रिमिनल के सामने असहाय बन चुका है।

अब नोएडा के एक अधिकारी को बनाया ठगी का शिकार

विदेश मंत्रालय के ऑफिशियल पासपोर्ट वेबसाइट पर दिया गया अलर्ट मैसेज

दरअसल, पासपोर्ट बनवाने को लेकर देश भर में हो रहे ऑनलाइन फर्जीवाड़े को रोकने के लिए विदेश मंत्रालय ने अपनी पासपोर्ट सेवा वाली वेबसाइट portal2.passportindia.gov.in पर डिटेल दी है। इस वेबसाइट के होम पेज पर ही मंत्रालय की तरफ से फर्जी वेबसाइटों के बारे में जानकारी दी गई है। इसके बाद भी ये साइबर क्रिमिनल विदेश मंत्रालय की नाक के नीचे खुलकर लोगों से ठगी कर रहे हैं लेकिन इन वेबसाइटों को अभी तक बंद नहीं कराया जा सका है। जिसकी वजह से ये साइबर क्रिमिनल रोजाना लोगों को शिकार बना रहे हैं। अभी हाल में ही दिल्ली से सटे नोएडा के एक अधिकारी ने इनमें से एक वेबसाइट पर पासपोर्ट रिन्यूअल के लिए आवेदन किया था और जालसाजों ने उनसे फीस भी ले ली लेकिन कोई काम नहीं किया। अब पीड़ित अधिकारी ने नोएडा में साइबर क्राइम की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई है।

India Passport Seva के नाम से हुई ऑनलाइन ठगी

गूगल पर पासपोर्ट ऑनलाइन सर्च करने पर फर्जी वेबसाइटें आती हैं

नोएडा सेक्टर-62 में रहने वाले एक अधिकारी ने अपने पासपोर्ट रिन्यूअल (Passport Renewal) के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। इसके लिए गूगल पर Passport Renewal Online सर्च किया था। इसे सर्च करने पर गूगल के पहले पेज पर ही indiapassport.org और indiapassportseva.in जैसी वेबसाइट दिखीं। इनमें से एक वेबसाइट पर क्लिक कर उन्होंने ऑनलाइन फॉर्म भरा। इसके बाद पासपोर्ट रिन्यूअल फीस के तौर पर 3 हजार रुपये भी ले लिए गए। जिसकी पेमेंट करने के बाद इनके पास आवेदन करने का ईमेल भी मिल गया। लेकिन एक हफ्ते बाद भी कोई जवाब नहीं मिला। उन्होंने इसके बाद उसके कस्टमर सपोर्ट नंबर पर कॉल किया तो कोई जवाब नहीं मिला।

मंत्रालय के हेल्पलाइन नंबर पर किया कॉल तो फर्जीवाड़े का पता चला

ठगी के शिकार हुए अधिकारी ने बताया कि एक हफ्ते बाद भी जब कोई अपडेट नहीं मिला तब विदेश मंत्रालय के पासपोर्ट नेशनल हेल्पलाइन नंबर 1800-258-1800 पर कॉल किया। तब उन्हें बताया गया कि इस समय कई फर्जी वेबसाइट हैं जो इस तरह से लोगों के साथ ठगी कर रही हैं। ये भी बताया गया कि आप भी उन्हीं साइबर क्रिमिनल के चंगुल में फंसकर अपने पैसे गंवाएं हैं। इसलिए आप फिर से रिन्युअल के लिए असली वेबसाइट पर आवेदन कर दीजिए। इस वेबसाइट पर आवेदन के बाद पीड़ित अधिकारी का पासपोर्ट भी समय पर रिन्यू हो गया।

देखें- संसद में क्या कहा था विदेश मंत्रालय ने, लेकिन नहीं हुई कार्रवाई

राज्य सभा में जुलाई 2019 में विदेश राज्यमंत्री का दिया जवाब

ये जानकर आप और भी ज्यादा हैरान रह जाएंगे कि ऑनलाइन पासपोर्ट बनवाने के नाम पर देश भर में हो रहे फर्जीवाड़े के मुद्दे को संसद में भी उठाया जा चुका है। जुलाई 2019 में इस मुद्दे को राज्य सभा में सांसद पीएल पुनिया ने उठाया था। जिसके जवाब में विदेश राज्य मंत्री ने फर्जीवाड़े की बात स्वीकार की थी। इसके अलावा उन्होंने बकायदा फर्जी वेबसाइटों की जानकारी भी दी थी। इसके बाद भी अभी तक भारत सरकार इन वेबसाइटों पर कोई रोक नहीं लगा पाई है। आप खुद देख सकते हैं कि आखिर संसद में पूछे गए सवाल पर मंत्री ने क्या जवाब दिया था और अभी गूगल पर सर्च करने पर कैसे फर्जी वेबसाइटें दिख रही हैं। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।

इन बातों का रखें ध्यान

  • किसी भी सरकारी वेबसाइट के लिए इंटरनेट लिंक पर gov.in को जरूर चेक करें।
  • वेबसाइट की सिक्योरिटी को भी जरूर चेक करें जैसे लिंक के शुरू में Https है या सिर्फ Http
  • Https में s सिक्योर वेबसाइट को बताता है जिससे आप सेफ सर्चिंग कर रहे हैं
  • किसी भी वेबसाइट पर डिटेल डालने से पहले About us व Contact us को चेक करें
  • Contact us में अगर कोई पर्सनल नंबर या कोई गलत पता दिया है तो अलर्ट हो जाएं
  • पासपोर्ट के लिए असली सरकारी वेबसाइट के लिए इस लिंक portal2.passportindia.gov.in पर क्लिक करें।